Edited By Anil Jangid, Updated: 28 Oct, 2025 09:40 AM

राजस्थान पेंशनर समाज के प्रदेश अध्यक्ष शंकर सिंह मनोहर ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में पेंशनरों की संख्या 5.80 लाख है और निकाय, मंडलों, बोर्डों, केंद्र सरकार के कर्मचारियों की संख्या लगभग सवा दो लाख से अधिक है। इस प्रकार 8 लाख पेंशनरों...
जयपुर। राजस्थान पेंशनर समाज अगले निकाय व पंचायत चुनावों में अधिक से अधिक संख्या में पेंशनरों को चुनाव मैदान में उतरेगा। राजस्थान पेंशनर समाज के प्रदेश अध्यक्ष शंकर सिंह मनोहर ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में पेंशनरों की संख्या 5.80 लाख है और निकाय, मंडलों, बोर्डों, केंद्र सरकार के कर्मचारियों की संख्या लगभग सवा दो लाख से अधिक है। इस प्रकार 8 लाख पेंशनरों के परिवार हैं जिनकी संख्या 20 लाख से अधिक है इसमें मतदान में सेवारत कर्मचारियों का भी सहयोग लिया जाएगा।
सबसे ज्यादा संगठित व संख्या बल में काफी बड़ा वर्ग
प्रदेश महामंत्री किशन शर्मा ने बताया कि पेंशनरों और कर्मचारियों के परिवारजनों सहित यह वर्ग सबसे ज्यादा संगठित व संख्या बल में काफी बड़ा वर्ग है पर जो भी सरकार हो इनकी उपेक्षा करती रही है इसलिए चुनाव में अपने अधिक से अधिक प्रतिनिधि चुनकर अपना राजनैतिक वर्चस्व दिखाना जरूरी है।
पेंशनर पूरी रणनीति से उतरेंगे चुनाव मैदान में
प्रदेश महामंत्री शर्मा ने बताया कि अपने क्षेत्र में सक्रिय पेंशनर किसी भी राजनैतिक दल से टिकिट लेकर या निर्दलीय भी चुनाव मैदान में उतरेगा पेंशनर समाज उसें जिताने के लिए भरपूर प्रयास करेगा । इसके लिए जिलाध्यक्षों को ऐसे पेंशनरों की सूची चाही है जो आगामी निकाय व पंचायत चुनावों में चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। पेंशनर समाज पूरी रणनीति के साथ पेंशनरों को चुनाव मैदान में उतार कर जिताएगा।
उन्होंने कहा कि पेंशनर समाज किसी राजनैतिक दल का समर्थक नहीं है बल्कि पेंशनरों को चुनाव मैदान में उतार ने पीछे राजनैतिक दलों को पेंशनरों की शक्ति का एहसास करवाना है।