Edited By Shruti Jha, Updated: 23 Jul, 2025 03:51 PM

डूंगरपुर, राजस्थान: स्वास्थ्य विभाग ने डूंगरपुर शहर के प्रगति नगर में एक अवैध रूप से संचालित हो रहे 'रवि क्लीनिक' पर बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए उसे सील कर दिया है। एक दो मंजिला मकान में चल रहे इस क्लीनिक में मरीजों की जान के साथ खुलेआम खिलवाड़...
डूंगरपुर में अवैध 'रवि क्लीनिक' सील, मरीजों की जान से खिलवाड़ का भंडाफोड़
डूंगरपुर, राजस्थान: स्वास्थ्य विभाग ने डूंगरपुर शहर के प्रगति नगर में एक अवैध रूप से संचालित हो रहे 'रवि क्लीनिक' पर बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए उसे सील कर दिया है। एक दो मंजिला मकान में चल रहे इस क्लीनिक में मरीजों की जान के साथ खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा था, जहां दो कमरों में नौ बिस्तर लगाकर बिना वैध अनुमति के इलाज किया जा रहा था।
छापेमारी में मिले चौंकाने वाले खुलासे
स्वास्थ्य विभाग को लगातार मिल रही शिकायतों के बाद, एडिशनल सीएमएचओ डॉ. विपिन मीणा के नेतृत्व में एक टीम ने छापेमारी की। इस टीम में सीएमएचओ डॉ. राहुल जैन, ड्रग इंस्पेक्टर विनोद कुमार और आयुर्वेद अधिकारी डॉ. जयन यादव भी शामिल थे। टीम के मौके पर पहुंचते ही क्लीनिक में हड़कंप मच गया।
निरीक्षण के दौरान, अधिकारियों ने पाया कि क्लीनिक में नौ बिस्तर लगाए गए थे, हालांकि उस समय कोई मरीज भर्ती नहीं मिला। सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि एक कमरे को मरीजों के खून और पेशाब की जांच के लिए एक निजी लैब के रूप में तैयार किया गया था, जिसमें कई जांच मशीनें भी लगी थीं। इसके अलावा, क्लीनिक से आयुर्वेदिक के साथ-साथ अवैध एलोपैथिक दवाइयां भी बरामद हुईं।
संचालक के पास नहीं थे वैध दस्तावेज़
खुद को डॉक्टर बताने वाले भरत खत्री नाम के व्यक्ति के पास स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित 16 मापदंडों में से किसी के भी वैध कागजात नहीं मिले। इनमें क्लीनिक रजिस्ट्रेशन, लैब लाइसेंस, ड्रग लाइसेंस और बायो मेडिकल वेस्ट प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज़ शामिल थे। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि यह क्लीनिक पूरी तरह से अवैध तरीके से संचालित किया जा रहा था।
क्लीनिक सील, आगे की कार्रवाई जारी
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए क्लीनिक को सीज कर दिया। क्लीनिक के मुख्य गेट पर ताला लगाकर सील चस्पा कर दी गई है। संचालक को क्लीनिक संचालन से संबंधित सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करवाने के निर्देश दिए गए हैं। इस कार्रवाई से स्वास्थ्य मानकों का उल्लंघन कर अवैध रूप से क्लीनिक चलाने वालों के खिलाफ एक कड़ा संदेश गया है।