Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 10 Sep, 2025 07:48 PM

जयपुर। शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने बुधवार सुबह जयपुर जिले के दो सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया।
जयपुर। शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने बुधवार सुबह जयपुर जिले के दो सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान एक विद्यालय में भारी लापरवाही सामने आई, जबकि दूसरे विद्यालय में साफ-सफाई तो बेहतर रही, लेकिन बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता कमजोर पाई गई।
मंत्री दिलावर सबसे पहले प्रातः 8:03 बजे महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, दरमी कलां, सांगानेर पहुंचे। यहां शिक्षक स्टाफ रूम में बैठे मिले और मंत्री को देखते ही कक्षा-कक्षों की ओर भागे। पूछने पर प्रिंसिपल ने बताया कि अभी-अभी प्रार्थना सभा खत्म हुई है, जबकि छात्र पहले से ही कक्षाओं में मौजूद थे।
निरीक्षण में पाया गया कि कंप्यूटर शिक्षक लेवल-1 रामकुमार और मोहनलाल यादव बिना अनुमति अनुपस्थित थे। इस पर मंत्री ने दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए। वहीं, कैश बुक की भी अनियमितताएं सामने आईं—23 जुलाई 2025 के बाद से किसी भी कैश बुक (विकास, राजकीय और स्थानीय) में इंद्राज दर्ज नहीं था। प्रिंसिपल ने इसका कारण बाबू की अनुपस्थिति बताया। इसके अलावा स्कूल में सफाई व्यवस्था बेहद खराब मिली और मोबाइल जमा करने के नियम का पालन नहीं किया गया। प्रिंसिपल हेमेंद्र सिंह को भी जवाबदेही में असफल रहने पर कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
इसके बाद मंत्री दिलावर पीएम श्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, जयसिंहपुरा पहुंचे। यहां शिक्षक अपनी कक्षाओं में पढ़ाते हुए मिले और स्कूल का भवन भी साफ-सुथरा पाया गया। विद्यार्थी निर्धारित गणवेश में थे और परिसर में मियावकी पद्धति से पौधारोपण भी किया गया था।
हालांकि, जब मंत्री ने बच्चों से सवाल-जवाब किए तो उनका शैक्षिक स्तर कमजोर पाया गया। कक्षा नवीं के छात्र इंग्लिश में "Knowledge" की स्पेलिंग तक नहीं बता सके। वहीं, कक्षा चौथी के बच्चे हिंदी कविता भी सही से नहीं पढ़ पाए। औचक निरीक्षण में मंत्री ने साफ कहा कि शिक्षा व्यवस्था में लापरवाही और बच्चों के कमजोर शैक्षिक स्तर को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।