Edited By Raunak Pareek, Updated: 17 Dec, 2025 01:42 PM

नरेगा कार्यस्थल पर पहुंचे मंत्री मदन दिलावर, महिलाओं से योजनाओं की जानकारी ली और उनके साथ जमीन पर बैठकर भोजन कर सादगी की मिसाल पेश की।
राजस्थान के शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने नरेगा कार्यस्थल पर पहुंचकर एक बार फिर सादगी और जमीन से जुड़ाव की मिसाल पेश की। भजनलाल सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर मंत्री दिलावर नरेगा में कार्यरत महिलाओं के बीच पहुंचे और उनसे सीधे संवाद कर सरकार की योजनाओं की जमीनी हकीकत जानी।
मंत्री मदन दिलावर ने महिलाओं से पूछा कि क्या उन्हें मुफ्त गेहूं समय पर मिल रहा है या नहीं। साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना और मुफ्त शौचालय निर्माण की स्थिति की भी जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं की गरिमा और सम्मान के लिए हर घर में “इज्जत घर” यानी शौचालय बनवाने का संकल्प पूरा किया है।
कार्यक्रम के दौरान मंत्री दिलावर का ठेठ देसी अंदाज भी देखने को मिला। नरेगा महिलाओं के बीच जमीन पर बैठकर उन्होंने भोजन किया। महिलाओं ने अपने लाडले मंत्री को प्यार और आत्मीयता के साथ बाजरे की रोटी और आलू-पालक की सब्जी खिलाई। इस दौरान माहौल पूरी तरह आत्मीय और घरेलू नजर आया।
महिलाओं ने लोकगीत “बाजार की रोटी खा लो श्याम, चूरमा भूल जावेला” गाकर मंत्री का स्वागत किया और अपने हाथों से भोजन कराया। मंत्री दिलावर ने भी उसी सहजता से जवाब देते हुए कहा, अरी बणा, मुंह तो रोटी खाबा आयो छू री… रोटी खुआओगी के? उनकी इस सादगी भरी बातचीत ने मौजूद महिलाओं को खूब हंसाया। भोजन के बाद पानी पीते हुए मंत्री दिलावर ने मजाकिया लहजे में कहा, घणी चौकी सांग बनाई री बाई, मारी घरवाली ने भी सिखाओगी के? इस संवाद ने पूरे माहौल को और भी जीवंत बना दिया।
नरेगा मजदूर महिलाओं के बीच जमीन पर बैठकर भोजन करना और उनसे योजनाओं की सीधी जानकारी लेना मंत्री मदन दिलावर के जमीनी और संवेदनशील नेतृत्व को दर्शाता है। ग्रामीण महिलाओं के बीच उनका यह अंदाज न केवल सरकार और जनता के बीच संवाद को मजबूत करता है, बल्कि भरोसे और अपनत्व का भाव भी पैदा करता है।