कल हड़ताल पर जाएंगे देशभर के 25 करोड़ बैंक कर्मचारी

Edited By Kailash Singh, Updated: 08 Jul, 2025 07:55 PM

25 crore bank employees across the country will go on strike tomorrow

जयपुर। अगर आपक बुधवार को बैंक, पोस्ट ऑफिस या सरकारी दफ्तर जाने की सोच रहे हैं तो थोड़ा रुक जाइए। क्योंकि, कल देशभर के 25 करोड़ से ज्यादा कर्मचारी देशव्यापी हड़ताल (Bharat Bandh 2025) पर रहेंगे। ये कर्मचारी बैंकिंग, बीमा, राजमार्ग निर्माण और कोयला...

जयपुर।  अगर आपक बुधवार को बैंक, पोस्ट ऑफिस या सरकारी दफ्तर जाने की सोच रहे हैं तो थोड़ा रुक जाइए। क्योंकि, कल देशभर के 25 करोड़ से ज्यादा कर्मचारी देशव्यापी हड़ताल (Bharat Bandh 2025) पर रहेंगे। ये कर्मचारी बैंकिंग, बीमा, राजमार्ग निर्माण और कोयला खनन समेत अन्य केई क्षेत्रों में कार्यरत हैं। यह हड़ताल 10 ट्रेड यूनियन और उनकी सहयोगी इकाइयों द्वारा सरकार की मजदूर, किसान और राष्ट्र विरोधी नीतियों का विरोध करने के लिए बुलाई गई है। जिससे कई जरूरी सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। ट्रेड यूनियनों का कहना है कि 9 जुलाई (July 9 strike impact) की प्रस्तावित हड़ताल कोई प्रदर्शन नहीं, बल्कि देश की नीतियों और श्रमिकों के अधिकारों पर सवाल उठाने की बड़ी कोशिश है। अगर हड़ताल सफल रही, तो इसका असर ना केवल सेवाओं पर पड़ेगा, बल्कि सरकार की नीतियों पर भी पड़ सकता है। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर भारत बंद के दौरान क्या-क्या खुलेगा और क्या-क्या बंद रहेगा?
क्या-क्या रहेगा बंद?
देशव्यापी हड़ताल के दौरान कई जरूरी सेवाएं बंद रह सकती हैं, जिसका सीधा असर आपके ऊपर पड़ेगा।

बैंकिंग सेवाएं
बीमा कंपनियों का काम
पोस्ट ऑफिस
कोयला खदानों का कामकाज
राज्य परिवहन सेवाएं (सरकारी बसें)
हाईवे और कंस्ट्रक्शन का काम
सरकारी फैक्ट्रियों और कंपनियों का प्रोडक्शन।
क्या-क्या खुलेगा?
निजी क्षेत्र की ज्यादातर कंपनियां काम करेंगी
अस्पताल, मेडिकल इमरजेंसी सेवाएं सामान्य रहने की उम्मीद
निजी स्कूल/कॉलेज और ऑनलाइन सेवाएं।
क्या है हड़ताल पर जाने की वजह ?
"भारत बंद" का आह्वान देश के 10 बड़ी केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने मिलकर किया है। उनका कहना है कि सरकार सिर्फ बड़े कॉरपोरेट्स के हित में काम कर रही है, जबकि आम आदमी की नौकरी, वेतन और सुविधाएं घटती जा रही हैं। साथ ही, सरकार लेबर कानूनों को कमजोर करके यूनियनों की ताकत खत्म करना चाहती है। इसके अलावा सरकार की नीतियों कर्मचारियों और किसानों के भी खिलाफ हैं। यूनियनों का कहना है कि उन्होंने पिछले साल श्रम मंत्री को 17 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा था, जिनमें ये प्रमुख हैं:

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!