Edited By Kailash Singh, Updated: 24 Jul, 2025 05:51 PM

राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि राजस्थान विधान सभा का यह लोकतंत्र का पावन स्थल अब वीर शहीदों की शहादत की स्मृति में राष्ट्र प्रेरणा का तीर्थ भी बन गया है। अब यहां से वीरता की गूंज भी निकलेगी। देवनानी ने कहा कि जय हिन्द हमारे...
जयपुर, 24 जुलाई। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि राजस्थान विधान सभा का यह लोकतंत्र का पावन स्थल अब वीर शहीदों की शहादत की स्मृति में राष्ट्र प्रेरणा का तीर्थ भी बन गया है। अब यहां से वीरता की गूंज भी निकलेगी। देवनानी ने कहा कि जय हिन्द हमारे लिए गर्व का घोष है। राष्ट्र की रक्षा में अपने परिजनों को समर्पित करने वाली वीरांगनाएं समाज के लिए हाडी रानी है। इनके ऋण को तो हम चुका नहीं सकते, लेकिन उनकी स्मृति को बनाये रखने और वीरांगनाओं का सम्मान करने का दायित्व हम सभी को मिलकर निभाना है।
कारगिल शौर्य वाटिका में देवनानी ने वीरांगनाओं के साथ सिंदूर का पौधा लगाया- विधान सभा अध्यक्ष देवनानी गुरुवार को राजस्थान विधान सभा में कारगिल विजय दिवस (26 जुलाई) की 26वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर देवनानी ने 21 वीरांगनाओं का शॉल ओढाकर और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया। देवनानी ने इस अवसर पर विधान सभा परिसर में शहीदों की शहादत की अमिट स्मृति के लिए बनाई गई कारगिल शौर्य वाटिका का पट्टिका अनवारण कर उद्घाटन किया। देवनानी ने कारगिल शौर्य वाटिका में वीरांगनाओं के साथ सिंदूर का पौधा रोपा। विधान सभा में हरियाली अमावस्या पर आयोजित इस राष्ट्रभक्ति समारोह के तहत राज्य सरकार के मंत्रीगण, विधायकगण ने भी वीरांगनाओं के साथ वाटिका में सिंदूर, एरिका पाम, सांग ऑफ इण्डिया, किसना फाइकस और क्रोटोन प्रजाति के एक हजार एक सौ पौधे लगाये।
वीरांगनाएं हमारे लिए हाडी रानी- विधान सभा अध्यक्ष देवनानी ने कहा कि विधानसभा परिसर में निर्मित यह वाटिका प्रत्येक जनप्रतिनिधि को किसी क़ानून पर हस्ताक्षर करते समय याद दिलाएगी कि वीर शहीदों के कारण ही राष्ट्र और संविधान की रक्षा संभव है। उन्होंने कहा कि सीमाओं पर लडा गया कारगिल युद्ध आत्मबल, राष्ट्रभक्ति और त्याग का अद्वितीय उदाहरण है। उन्होंने कहा कि राजस्थान वीरों की भूमि है। यहां के कण-कण में शौर्य गूंजता है। हम हाडी रानी के वंशज है जिन्होंने अपने वीर पति को युद्ध भूमि में अपना कटा शीश भेज दिया था। समस्त वीरांगनायें हमारे लिये हाडी रानी ही है।
वीरांगनाओं का सम्मान प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व- सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड ने कहा कि राजस्थान विधान सभा में कारगिल शौर्य वाटिका का निर्माण और वीरांगनाओं का सम्मान के लिए विधान सभा अध्यक्ष देवनानी की सोच सम्मानीय है। उन्होंने कहा कि वीरांगनाओं के सम्मान की जिम्मेदारी हम सभी की है। विशेषकर जिस गांव में वीरांगना निवास कर रही है, वहां के लोगों की जिम्मेदारी अधिक हो जाती है। श्री राठौड ने कहा कि कारगिल अनोखा युद्ध था। इस युद्ध में भारतीय सेना का विपरित परिस्थितियों में विजयी होना अभूतपूर्व है।
शौर्य वाटिका का निर्माण अभूतपूर्व पहल- वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि राजस्थान विधान सभा में शौर्य वाटिका का निर्माण अभूतपूर्व पहल है। यह वाटिका प्रकृति संरक्षण में योगदान के साथ-साथ शहीदों की स्मृति का पावन स्थल भी बन गई है। उन्होंने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि सैनिकों के कारण ही राष्ट्र विदेशी ताकतों से सुरक्षित रह पाता है। सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर ने कहा कि वीरांगनाओं का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि जहां भी शहीदों की मूर्ति लगी हुई है, वहां से जब भी हम निकले तो शहीद के सम्मान में अपना शीश जरूर झुकाएं।