Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 31 Jul, 2025 02:13 PM

राजस्थान में मानसून की अच्छी बारिश ने जल संकट से जूझ रहे कई इलाकों को बड़ी राहत दी है। प्रदेश के 693 छोटे-बड़े बांधों में से 249 बांध पूरी तरह लबालब हो चुके हैं। जल संसाधन विभाग के अनुसार, अब तक कुल भराव क्षमता का 75.27% पानी बांधों में आ चुका है,...
राजस्थान में मानसून की अच्छी बारिश ने जल संकट से जूझ रहे कई इलाकों को बड़ी राहत दी है। प्रदेश के 693 छोटे-बड़े बांधों में से 249 बांध पूरी तरह लबालब हो चुके हैं। जल संसाधन विभाग के अनुसार, अब तक कुल भराव क्षमता का 75.27% पानी बांधों में आ चुका है, जो पिछले साल की तुलना में 34.61% ज्यादा है। 2024 की तुलना में 2025 में अब तक बांधों में 4517 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमक्यूएम) अधिक पानी आया है। यह आंकड़ा इतना बड़ा है कि बीसलपुर बांध जैसे बड़े बांध को चार बार भरने जितना पानी हो गया है। जनता में इसे लेकर खुशी की लहर है।
तुलनात्मक स्थिति (2024 vs 2025):
वर्ष पूरी तरह भरे आंशिक भरे खाली
2024 51 195 441
2025 249 308 136
जोनवार जलभराव स्थिति (% में):
ज़ोन बांधों की संख्या 2024 भराव (%) 2025 भराव (%)
जयपुर/भरतपुर 254 25.34% 64.91%
जोधपुर 117 7.86% 52.93%
कोटा 81 64.44% 90.30%
बांसवाड़ा 63 40.24% 77.69%
उदयपुर 178 24.79% 50.33%
ओवरफ्लो हो चुके प्रमुख बांध बीसलपुर, गलवा, टोरडीसागर, मोरेल, छापरवाड़ा, सरदारसमंद
जलभराव की ओर बढ़ते बांध पार्वती, गुढ़ा, माही बजाज सागर, राणा प्रताप सागर
इस बार मानसून ने राजस्थान के बांधों को उम्मीद से ज्यादा पानी दिया है। इससे ना सिर्फ सिंचाई और पेयजल संकट से राहत मिलेगी, बल्कि आने वाले महीनों में कृषि कार्यों को भी मजबूती मिलेगी।