Edited By Liza Chandel, Updated: 11 Nov, 2024 12:11 PM
टोंक जिले की देवली उनियारा विधानसभा सीट पर उपचुनावों में आज कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राजस्थान की सातों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस की जीत का दावा करते हुए...
टोंक जिले की देवली उनियारा विधानसभा सीट पर उपचुनावों में आज कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राजस्थान की सातों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस की जीत का दावा करते हुए भाजपा नेताओं को संयमित भाषा का प्रयोग करने की नसीहत दी।
कांग्रेस के नेताओं का समर्थन और उपस्थिति
इस जनसभा में कांग्रेस के प्रमुख नेता सांसद हरीशचंद्र मीना, उम्मेदाराम बेनीवाल और बारां से कांग्रेस प्रत्याशी रहे करणसिंह राठौड़ भी शामिल हुए। इस जनसभा में सचिन पायलट के सामने करणसिंह राठौड़ ने भाजपा के नेताओं पर निशाना साधते हुए कड़े शब्दों में अपने विचार रखे। राठौड़ ने बिना नाम लिए नरेश मीणा की आलोचना की, जिन्हें वह 'नील गाय' कहकर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सचिन पायलट पर आक्रामक टिप्पणी करते हुए कहा कि पिछले चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नरेश मीणा ने उनकी हार सुनिश्चित की थी।
पायलट की भाजपा पर सीधी टिप्पणी
सचिन पायलट ने जनसभा में भाजपा के कार्यों और बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा पूरी ताकत लगा रही है, लेकिन जनता सरकार के कामों का आकलन करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को बयानबाजी में संयमित भाषा का उपयोग करना चाहिए और यह भी जोड़ा कि राजस्थान की जनता इस उपचुनाव में सरकार के कामकाज पर अपना निर्णय देगी। इसके साथ ही पायलट ने कश्मीर से जुड़े धारा 370 के मुद्दे पर भाजपा नेताओं के बयानों पर पलटवार किया।
कश्मीर मुद्दे पर कांग्रेस का रुख
पायलट ने कश्मीर में धारा 370 को हटाए जाने को लेकर भाजपा के नजरिए पर भी सवाल उठाए और कहा कि वे चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा मिले। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय अखंडता और विकास के मुद्दों पर गंभीर है और भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार ने महज 11 महीनों में जनता का विश्वास खो दिया है।
राजस्थान के किसानों और जनता के मुद्दे
इस जनसभा में सचिन पायलट ने किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरा। उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान में किसानों को खाद, बीज और बिजली जैसी बुनियादी जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही हैं। पायलट ने यह भी कहा कि सरकार की नीतियों के कारण ग्रामीण जनता और किसान समाज की उपेक्षा हो रही है, जो कि राजस्थान की कृषि अर्थव्यवस्था के लिए हानिकारक है।
संयमित भाषा की आवश्यकता पर बल
सचिन पायलट ने भाजपा नेताओं और मंत्रियों को मर्यादित भाषा का प्रयोग करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि राजस्थान की राजनीति में स्वस्थ संवाद की आवश्यकता है और समाज में एकता बनाए रखने के लिए संयमित भाषा का प्रयोग करना चाहिए। पायलट ने विशेष रूप से आदिवासी समाज के लोगों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह समाज हमारे देश का अभिन्न हिस्सा है और उनकी रक्षा करना सभी का कर्तव्य है।
इस जनसभा में सचिन पायलट ने कांग्रेस की जीत की उम्मीद जताई और कहा कि कांग्रेस जनता के मुद्दों को सुलझाने में संजीदा है। उन्होंने भाजपा को कड़ी चुनौती देते हुए जनता से कांग्रेस को समर्थन देने की अपील की।