Edited By Raunak Pareek, Updated: 15 Nov, 2024 03:41 PM
राजस्थान के देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस नेता नरेश मीणा द्वारा एसडीओ को थप्पड़ मारने और मीडियाकर्मियों पर हमले की घटना के बाद प्रदेश में राजनीति गर्मा गई। सचिन पायलट ने पत्रकारों पर हुए हमले की निंदा की, जबकि अशोक गहलोत ने बीजेपी पर...
राजस्थान के देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में मतदान के दिन कांग्रेस नेता नरेश मीणा द्वारा कथित तौर पर एक एसडीओ अधिकारी को थप्पड़ मारने की घटना के बाद प्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। इस घटना के बाद नरेश मीणा की गिरफ्तारी हुई, लेकिन उनके समर्थकों ने टोंक-सवाई माधोपुर हाईवे पर भारी उत्पात मचाया। इस दौरान दो मीडियाकर्मियों, पीटीआई के पत्रकार अजीत शेखावत और कैमरामैन धर्मेंद्र कुमार पर हमला किया गया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
सचिन पायलट ने की घटना की निंदा -
कांग्रेस नेता और टोंक विधायक सचिन पायलट ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर लिखा,
"मैं पीटीआई के पत्रकार अजीत शेखावत और कैमरामैन धर्मेंद्र कुमार पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। जो लोग ड्यूटी पर थे, उनके साथ यह दुर्व्यवहार अस्वीकार्य है। इसमें शामिल दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही, मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।"
गहलोत का BJP पर हमला -
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना पर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि नरेश मीणा ने कांग्रेस में शामिल होने के बावजूद पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ा। उन्होंने सवाल उठाया, "क्या बीजेपी ने चुनाव जीतने के लिए नरेश मीणा को शह दी?" उन्होंने कहा कि पार्टी इस मामले की जांच कर रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गहलोत ने इस घटना के बारे में पीटीआई के पत्रकार और कैमरामैन से फोन पर बात कर उनकी कुशलक्षेम जानी। साथ ही, पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
गहलोत ने सरकार पर उठाए सवाल -
गहलोत ने कहा कि "एसडीओ स्तर के अधिकारी पर थप्पड़ मारने की घटना दिखाती है कि सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है। जब सुशासन नहीं होता, तो ऐसी घटनाएं होती हैं। सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।" उन्होंने कहा कि यह घटना स्पष्ट रूप से शासन की कमजोरी को दर्शाती है।
उपद्रव के बाद सियासत तेज -
यह मामला केवल स्थानीय मुद्दा नहीं रह गया है बल्कि राज्य की राजनीति में बड़े विवाद का रूप ले चुका है। कांग्रेस नेता सचिन पायलट और अशोक गहलोत ने एकजुट होकर इस घटना की निंदा की, जबकि बीजेपी पर साजिश का आरोप लगाया। फिलहाल, पुलिस ने घटना की जांच तेज कर दी है और आरोपियों को पकड़ने के लिए प्रयास जारी हैं।