Edited By Sourabh Dubey, Updated: 17 Jul, 2025 08:09 PM

संयुक्त अभिभावक संघ ने आरोप लगाया है कि शिक्षा विभाग ने 23 जुलाई को प्रस्तावित हल्ला बोल प्रदर्शन को विफल करने के उद्देश्य से जल्दबाजी में RTE दाखिले को लेकर आदेश जारी किया है।
जयपुर। संयुक्त अभिभावक संघ ने आरोप लगाया है कि शिक्षा विभाग ने 23 जुलाई को प्रस्तावित हल्ला बोल प्रदर्शन को विफल करने के उद्देश्य से जल्दबाजी में RTE दाखिले को लेकर आदेश जारी किया है। संघ का कहना है कि यह आदेश अभिभावकों की एकजुटता को तोड़ने और उन्हें गुमराह करने की कोशिश है।
क्या है आदेश में?
शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पीपी 3 और कक्षा 1 में लॉटरी से चयनित सभी बच्चों का दाखिला जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जाए। साथ ही यदि कोई निजी स्कूल दाखिले से मना करता है, तो उसके खिलाफ नियमों के अनुसार कार्यवाही की जाए।
संघ का आरोप: आदेश एक "प्रोपेगेंडा" है
संयुक्त अभिभावक संघ के प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा, "शिक्षा विभाग केवल पत्रों की खानापूर्ति कर रहा है। बच्चों की पढ़ाई शुरू हुए 20 दिन हो चुके हैं, लेकिन ज़रूरतमंद विद्यार्थी अब भी इंतजार में हैं। यह आदेश अभिभावकों के आंदोलन को विफल करने की सुनियोजित साजिश है।"
उन्होंने कहा कि जब हाईकोर्ट में सुनवाई तक नहीं हुई, तो फिर आदेश जारी करने का औचित्य क्या है?