Edited By Raunak Pareek, Updated: 20 May, 2025 08:39 PM

राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में आंतरिक कलह तेज हो गई है। कन्वीनर जयदीप बिहाणी पर तानाशाही और जातिवादी राजनीति के आरोप लगे हैं। उन्होंने पलटवार करते हुए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए और जोधपुर क्रिकेट संघ को नोटिस जारी किया है।
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) में क्रिकेट से ज़्यादा अब सियासत खेली जा रही है। RCA की एडहॉक कमेटी में गंभीर आरोपों और जवाबी हमलों का दौर शुरू हो चुका है। ताज़ा विवाद RCA के कन्वीनर जयदीप बिहाणी को लेकर है, जिन पर कमेटी के कुछ सदस्यों ने तानाशाही, जातिवाद और एकतरफा फैसले लेने के आरोप लगाए हैं।
हाल ही में एडहॉक कमेटी के चार सदस्यों ने एक प्रस्ताव पारित कर बिहाणी के सभी निर्णयों को निरस्त कर दिया था। इनमें प्रमुख नाम धनंजय सिंह का है, जिन्होंने बिहाणी को तानाशाह बताते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोला है। जवाब में बिहाणी ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि RCA में एक जाति विशेष का प्रभाव बढ़ाने की साजिश हो रही है, जिसे वे सफल नहीं होने देंगे।
बिहाणी ने पाली जिला क्रिकेट संघ की मान्यता रद्द करते हुए उसके सचिव धर्मवीर सिंह पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि धर्मवीर ने पाली में चुनाव में अनियमितताएं कीं और आर्थिक भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। बिहाणी के अनुसार, एक फूड सप्लायर ने लिखित में शिकायत की है कि धर्मवीर सिंह ने उससे ₹5 लाख की मांग की थी। हालांकि, उसी फूड सप्लायर का एक वीडियो सामने आया है जिसमें उसने धर्मवीर को निर्दोष बताया और जैसलमेर जिला क्रिकेट संघ के सचिव विमल शर्मा पर ₹3 लाख मांगने का आरोप लगाया।
इसके अलावा, जोधपुर जिला क्रिकेट संघ को लेकर भी विवाद गहराता जा रहा है। बिहाणी ने इस संघ को नोटिस जारी करते हुए कहा कि वहां बिना मान्यता के चुनाव कराए गए और धनंजय सिंह, जो अभी नागौर संघ के अध्यक्ष हैं, ने नियमों का उल्लंघन किया है।
इस पूरे घटनाक्रम ने RCA की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर जातिगत ध्रुवीकरण और सत्ता संघर्ष नजर आ रहा है, वहीं दूसरी ओर क्रिकेट से जुड़ी बुनियादी संरचनाएं दरकिनार होती दिख रही हैं। धनंजय सिंह ने मुख्यमंत्री को शिकायत भेजने और पूरे मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। RCA का यह अंदरूनी संघर्ष अब सीधे राज्य की सियासत से भी जुड़ता दिख रहा है।