Edited By Chandra Prakash, Updated: 12 Jul, 2025 07:29 PM

जेएनयू, हॉस्पिटल और जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एड रिसर्च (INUIMSRC) द्वारा न्यूरेक्सियल एनेस्थीसिया डेरलमेट संसाइटी (NADS) के सहयोग से राजस्थान का पहला सेगमेंटल स्पाइनात ऐनस्थीसिया सम्मेलन सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।
जयपुर 12 जुलाई 2025: जेएनयू, हॉस्पिटल और जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एड रिसर्च (INUIMSRC) द्वारा न्यूरेक्सियल एनेस्थीसिया डेरलमेट संसाइटी (NADS) के सहयोग से राजस्थान का पहला सेगमेंटल स्पाइनात ऐनस्थीसिया सम्मेलन सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।
इस सम्मलेन का विधिवत उद्घाटन जेएनयू के दीने किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि जेएनयू विश्वस्तरीय चिकित्सा शिक्षा और रोगी सेवाएमा स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, हम उन्नत विकित्सा अनुसंधान और सुलभ स्वास्थ्य सेवा की दूरी को पाटने के लिए कार्यस्त है। इस सम्मेलन में चिकित्सा क्षेत्र के कई प्रसयात विद्वानों ने भाग लियर जिन्होंने ऐसी तकनीकों परविवार माझा किए जो रोगियों के लिए अधिक सुरक्षित और प्रभावी परिणाम दे सकती है। इसप्रमाणिक आयोजन के लिए जेएनयू अस्पताल की पूरी टीम और हमारे सभी सहयोगियों को बधाई देता हूं।विष्य के लिए तैयार चिकित्सा पेशेवरों को तैयार करने, सहयोगी अनुसंधान को बढ़ावा देने और एक समावेशी चाय प्रणाली बनने की दिशा में अग्रणी बने रहेंगे।
सम्मलेन में एनेस्थीसिया के क्षेत्र में प्रमुख राष्ट्रीय दर्राष्ट्रीय दरियों ने हिस्सा लिया, जैसे कि डॉ. नरेश पालीमाल सेगमेंटल स्वइनल एनेस्थीसिया में नाता के अपणी और रक्षक सम्वती, वी गीतांजली, अध्यक्ष, एनएडीएस जेएनयूलाई एमएमआरसी थी तरूण र कोषाध्यक्ष एनएडीएस, नवसारी, थॉ राजेश शाह संरक्षक, एनएडीएस-सूरत जो आई वान जुबर्ट, संगमेंटल स्पाइनल एनेस्थीसिया में वैश्विक विशेषज्ञा जो वस्तुतः शामिल हुए। विशिष्ट उपस्थित लोगों में वॉ सुधीर भंडारी पो घांसलर (मेडिकल), मेजर जनरल (डॉ.) एमएस तेवलिया, प्रिंसिपल एंड कंट्रोलर जेएनयूआईएमएसआरसी और अमरजीत नेहता, मेडिकल सुपरिटेंडेंट, जेएनयूआईएमएसआरसी शामिल थे।
शैक्षणिक सत्रों में लाइन बेमौस्ट्रेशन, सेगमेंटल स्पाइनल तकनीकों की मूल अवधारणाएं लोकल एनेस्थेटिला की बेरिसिटी डबल ड्रग तकनीक कंटीन्युअस घेळेस स्पाइनल एनेस्थीसिया जैसे विषयों पर गहनता से चर्चा हुई। इसके अतिरिक इंट्रल्बीकल स्पेश में दवा के प्रखर कोर हेमोडायनामिक प्रवृत्तियों के मॉडलिंग पर भी विचार प्रस्तुत किए गए। पोस्टग्रेजुएट विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किए गए पीस्टर ने इस अकादमिक अनुभव को और समृद्ध किया।
यह ऐतिहासिक सम्मेलन जेएनयू की उस व्यापक दृष्टि के अनुरूप है जिसके तहत यह चिकित्सा व्याचार शिक्षा और रोगी केंद्रित देखभाल में राष्ट्रीय नेतृत्व की भूमिका निभाने की दिशा में कार्यरत है। इस आयोजन में अकादमिक उत्कृष्टता, तकनीकी प्रगति और नैदानिक विशेषज्ञता का संगम हुआ, जो भविष्य की एक अधिक स्मार्ट और सशक्त स्वास्थ्य प्रणाली की और एक महत्वपूर्ण कदम है। डॉ. संदीप बक्शी के नेतृत्व में जेएनयू निस्तर भारत में सविश्यवादी और समावेशी चिकित्सा शिक्षा का प्रकाश स्टांग को रूप में चमर रहा है।