Edited By Rahul yadav, Updated: 12 Mar, 2025 05:04 PM

प्रदेश सरकार इस बार 30 मार्च को राजस्थान दिवस को विशेष रूप से मनाने की तैयारी कर रही है। इस दिन को 'राजस्थान फेस्टिवल' के रूप में भव्य रूप से सेलिब्रेट किया जाएगा। फेस्टिवल के तहत संभागीय मुख्यालयों और जिला स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए...
राजस्थान दिवस पर भव्य आयोजन, हर जिले में होंगे रंगारंग कार्यक्रम
जयपुर। प्रदेश सरकार इस बार 30 मार्च को राजस्थान दिवस को विशेष रूप से मनाने की तैयारी कर रही है। इस दिन को 'राजस्थान फेस्टिवल' के रूप में भव्य रूप से सेलिब्रेट किया जाएगा। फेस्टिवल के तहत संभागीय मुख्यालयों और जिला स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित इस महोत्सव में एडवेंचर टूरिज्म, फोटोग्राफी, थिएटर और लोककला से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसमें स्थानीय कलाकारों और प्रतिभागियों को भी विशेष रूप से अवसर दिया जाएगा। एडवेंचर टूरिज्म के तहत हाईकिंग और ट्रैकिंग की गतिविधियों का आयोजन होगा, जिससे स्थानीय नागरिकों और पर्यटकों को जंगल और पहाड़ों के अनूठे अनुभव मिलेंगे।
फेस्टिवल की तैयारियां जोरों परपर्यटन विभाग की उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने बताया कि आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इस संबंध में जल्द ही कलेक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें कार्यक्रमों की विस्तृत रूपरेखा तय की जाएगी।
लोक कलाकारों को मिलेगा मंचइस बार सरकार का विशेष ध्यान स्थानीय लोक कलाकारों और प्रतिभाओं को मंच देने पर है। संभागीय और जिला स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों में स्थानीय कलाकारों को अवसर प्रदान किया जाएगा, जिससे उन्हें रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे।
बजट आवंटन और कार्यक्रमों की रूपरेखाफेस्टिवल के तहत सभी जिलों और संभागीय मुख्यालयों पर प्रमुख स्मारकों को रोशनी से सजाया जाएगा। राजस्थानी लोक कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी। थिएटर, पेंटिंग और फोटोग्राफी प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यार्थियों के लिए पर्यटन स्थलों और राजकीय स्मारकों पर निशुल्क भ्रमण, नेचर ट्रैकिंग और हाईकिंग जैसे कार्यक्रम भी होंगे।
सरकार ने इस आयोजन के लिए सातों संभागों को 4-4 लाख रुपए और 34 जिलों को 3-3 लाख रुपए का बजट आवंटित किया है। आयोजन के बाद हर संभाग मुख्यालय और जिले से कार्यक्रमों एवं उनसे जुड़ी फोटोग्राफी की रिपोर्ट तैयार कर एक माह के भीतर मुख्यालय को भेजनी होगी।
राजस्थान दिवस के इस विशेष आयोजन से प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को नई पहचान मिलेगी और स्थानीय कलाकारों को अपने हुनर को प्रदर्शित करने का बेहतरीन अवसर मिलेगा।