Edited By Chandra Prakash, Updated: 08 Aug, 2025 09:27 AM

गहलोत ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के “अलोकतांत्रिक कृत्यों” ने देश की सबसे अहम संवैधानिक संस्थाओं की साख को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने लिखा कि पहले दूसरे देश भी अपने यहां चुनाव कराने के लिए भारत के चुनाव आयोग से प्रशिक्षण लेते थे, लेकिन आज...
जयपुर, 8 अगस्त 2025 । पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार और आयोग पर तीखा हमला बोला है। गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि “कभी दुनिया में भरोसेमंद माने जाने वाले भारत के चुनाव आयोग पर अब देश की जनता ही शक की निगाह से देख रही है।”
गहलोत ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के “अलोकतांत्रिक कृत्यों” ने देश की सबसे अहम संवैधानिक संस्थाओं की साख को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने लिखा कि पहले दूसरे देश भी अपने यहां चुनाव कराने के लिए भारत के चुनाव आयोग से प्रशिक्षण लेते थे, लेकिन आज यह संस्था जनता का विश्वास खो रही है।
“चुनाव आयोग दे रहा है अनर्गल सफाई”
पूर्व सीएम ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा 2024 लोकसभा चुनाव से पहले जारी हुई अंतिम मतदाता सूची की तारीख बताकर फर्जी वोटों का खुलासा किया गया, जबकि इसके जवाब में यूपी और कर्नाटक के राज्य चुनाव आयोग 2025 की वोटर लिस्ट दिखाकर इसे गलत ठहराने की कोशिश कर रहे हैं।
गहलोत के मुताबिक, “ऐसा लगता है कि चुनावी फर्जीवाड़े के बाद पकड़े जाने के डर से इन फर्जी नामों को बाद में हटा दिया जाता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग अगर अपनी जगह सही होता तो कांग्रेस पार्टी की मांग पर वोटर लिस्ट का डाटा मशीन रीडेबल फॉर्मेट (जैसे एक्सेल) में उपलब्ध करवा देता, जिससे महीनों की मेहनत कुछ ही मिनटों में पूरी हो जाती।
“चोरी और सीनाजोरी की स्थिति”
गहलोत ने आरोप लगाया कि केंद्रीय चुनाव आयोग अब “चोरी और सीनाजोरी” की स्थिति में आ गया है। उन्होंने कहा कि ईमानदार आयोग इस तरह की सफाई देने के बजाय निष्पक्ष जांच शुरू करता और गलती करने वालों पर कार्रवाई करता।
“संविधान की शपथ लेकर कार्य कर रहे राहुल गांधी”
पूर्व सीएम ने राहुल गांधी से शपथ लेकर बयान देने की मांग को भी बेतुका बताया। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी पहले से ही संवैधानिक पद पर हैं और संविधान की शपथ लेकर काम कर रहे हैं। संवैधानिक संस्थाओं की मजबूती के लिए कार्य करना उसी शपथ का हिस्सा है।”