Edited By Sourabh Dubey, Updated: 01 Sep, 2025 06:17 PM

अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) ने राज्य कर्मचारियों को आरजीएचएस (Rajasthan Government Health Scheme) के तहत इलाज और दवाइयां नहीं मिलने पर गंभीर चिंता जताई है।
जयपुर। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) ने राज्य कर्मचारियों को आरजीएचएस (Rajasthan Government Health Scheme) के तहत इलाज और दवाइयां नहीं मिलने पर गंभीर चिंता जताई है। महासंघ ने आरोप लगाया कि अधिकांश अनुमोदित अस्पतालों ने आरजीएचएस में इलाज करना बंद कर दिया है या सिर्फ औपचारिकता निभा रहे हैं। इस स्थिति से कर्मचारियों, उनके परिजनों और पेंशनर्स में आक्रोश है।
महासंघ ने चेतावनी दी है कि 03 सितम्बर 2025 को दोपहर 12:30 बजे से 01:30 बजे तक एक घंटे का कार्य बहिष्कार किया जाएगा।
बजट घोषणाएं अधूरी, संविदाकर्मियों का शोषण जारी
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि बजट 2025 में की गई घोषणाओं पर अमल नहीं हुआ है। मंत्रालयिक कार्मिक, जेल प्रहरी, स्कूल व्याख्याता और प्रबोधकों के कैडर पुनर्गठन सहित कई मुद्दों पर सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है। संविदाकर्मियों की स्थिति और भी खराब है, क्योंकि नियोजन और वेतन सुधार को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
आरजीएचएस की खामियां
महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष गजेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि कर्मचारियों के वेतन से हर माह आरजीएचएस की कटौती की जाती है, लेकिन इसके बावजूद इलाज और दवाओं के लिए कर्मचारियों को भटकना पड़ता है।
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गंभीर मरीजों को अस्पतालों से डिस्चार्ज कर दिया जाता है।
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आपातकालीन स्थिति में कैशलेस सुविधा नहीं मिलती, नकद भुगतान करना पड़ता है।
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बाद में क्लेम भी अस्वीकृत हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार और अस्पतालों का रवैया ऐसा है मानो वे सेवाएं मुफ्त में दे रहे हों, जबकि कटौती कर्मचारियों से नियमित होती है।
आंदोलन की चेतावनी
महासंघ ने सभी कर्मचारियों से कार्य बहिष्कार को सफल बनाने का आह्वान किया है। यदि सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो राज्यव्यापी आंदोलन और विधानसभा घेराव तक की तैयारी की जाएगी।
संवाददाता सम्मेलन में वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह नरुका, संरक्षक कुलदीप यादव, संयुक्त महामंत्री सर्वेश्वर शर्मा, अशोक भण्डारी, वित्त मंत्री बहादुर सिंह राठौड़ समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे।