Edited By Chandra Prakash, Updated: 22 Aug, 2024 07:44 PM
संगरिया पंचायत समिति की ग्राम पंचायत सिंहपुरा की महिला सरपंच के साथ अभद्र व्यवहार करने व द्वेषता से कार्य रिजेक्ट करने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को ग्राम पंचायतों के सरपंचों, पंचायत समिति व जिला परिषद सदस्यों ने जिला परिषद कार्यालय में एकत्रित होकर...
हनुमानगढ़ 22 अगस्त 2024 (बालकृष्ण थरेजा) । संगरिया पंचायत समिति की ग्राम पंचायत सिंहपुरा की महिला सरपंच के साथ अभद्र व्यवहार करने व द्वेषता से कार्य रिजेक्ट करने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को ग्राम पंचायतों के सरपंचों, पंचायत समिति व जिला परिषद सदस्यों ने जिला परिषद कार्यालय में एकत्रित होकर धरना-प्रदर्शन किया। सरपंचों व पंचायत समिति-जिला परिषद सदस्यों ने संबंधित एईएन व बीडीओ को एपीओ करने की मांग की।
सरपंच व राष्ट्रीय सरपंच संघ उपाध्यक्ष रमनदीप कौर ने बताया कि वे पिछले कुछ दिनों से मनरेगा के कार्यों को लेकर संगरिया पंचायत समिति के एईएन राजेश से फोन पर सम्पर्क करने का प्रयास कर रही थीं। कई दिन तो एईएन ने कॉल रिसीव नहीं की। गत दिनों कॉल रिसीव करने पर एईएन ने कहा कि वह आराम कर रहे हैं, परेशान न करें, उन्हें जो कुछ करना है वे कर लें। सरपंच रमनदीप कौर ने कहा कि एक अधिकारी का इस तरह का गैर जिम्मेदाराना व्यवहार शोभा नहीं देता। क्योंकि सरपंच एक कड़ी होती है। उसके साथ बीडीओ, सचिव, एलडीसी, एईएन, जेईएन सब जुड़े होते हैं। एईएन ने इस तरह का व्यवहार कर सरपंच पद की तौहिन की है। द्वेष भावना के चलते मनरेगा का काम भी बंद कर दिया गया है।
रमनदीप कौर ने कहा कि वह कोई निजी काम नहीं करवा रही थीं बल्कि गांव से जुड़ा काम करवाने के लिए एईएन से बार-बार दूरभाष पर सम्पर्क कर रही थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि हर बात पर सवाल-जवाब करने के चलते बीडीओ-एईएन वगैरा उससे द्वेषता रखते हैं। इसी के चलते मनरेगा के कच्चे कामों को सेंक्शन नहीं किया। कच्चे काम भी रिजेक्ट कर दिए और 36 लाख रुपए का इंटरलॉकिंग का काम भी रोक दिया और उनके प्रति अभद्र व्यवहार भाषा का प्रयोग किया। सरपंच रमनदीप कौर ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह भूख हड़ताल शुरू करेगी। उन्होंने एईएन व बीडीओ को एपीओ करने की मांग की। भारतीय किसान यूनियन जिलाध्यक्ष रेशम सिंह मानुका ने आरोप लगाया कि गंदी राजनीति की सोच के साथ ग्राम पंचायत सिंहपुरा के कार्यों को रोका जा रहा है। ग्राम विकास अधिकारी भी अपशब्द बोलने में पीछे नहीं हैं। एईएन ने जनप्रतिनिधि के साथ अत्याचार किया है। अगर किसी भी सरपंच के साथ कोई अधिकारी अभद्र व्यवहार करेगा तो बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। क्योंकि सरपंच हमारे लोकतंत्र में बहुत बड़ा पद है। अगर सरपंच के साथ अभद्रता हो सकती है तो आम जनता के साथ क्या होता होगा ये समझ से परे है। उन्होंने मांग की कि आइंदा ऐसा न हो, अपशब्द कहने वाले लापरवाह अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाए। वहीं जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनीता चौधरी ने कहा कि सरपंच का आरोप है कि एईएन ने सैंक्शन रिजेक्ट कर दी है। इसकी जांच की जा रही है। नियमों के परे जाकर एईएन ने कार्य किया है तो कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर सरपंच नवनीत संधू, सरपंच प्रतिनिधि हरदीप सिंह, सुभाष गोदारा आदि मौजूद रहे।
जोहड़ में मिट्टी भर्ती, घरों में घुसा बरसाती पानी, वार्डवासियों ने की जोहड़ की खुदाई करवाने की मांग
गांव के बरसाती पानी की निकासी के लिए जोहड़ की खुदाई करवाने की मांग के संबंध में डबलीबास मौलवी के ग्रामीणों ने गुरुवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। गांव डबलीबास मौलवी के वार्ड 11 के वाशिंदो ने बताया कि पिछले दिनों आई भारी बारिश के कारण उनके घरों में पानी घुस गया है। पानी भरने से उनके मकानों को नुकसान पहुंचा है। पूरे वार्ड की गलियों में पानी भर गया है। उन्होंने बताया कि वार्ड 11 में सरपंच के घर के सामने जोहड़ बना हुआ है। इस जोहड़ में मिट्टी भर्ती कर भर दिया गया है। इससे वार्ड के बरसाती पानी की निकासी नहीं हो पा रही है और पानी घरों में घुस रहा है। इस बारे में सरपंच पति से बात की तो उन्होंने अभद्र व्यवहार किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इस जोहड़ को बंद करवाने के लिए सरपंच व वार्ड पंच की ओर से लोगों को धोखे में रखकर हस्ताक्षर करवा लिए गए। अब वार्डवासियों को बरसात के समय में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने मांग की कि वार्ड 11 स्थित जोहड़ की पुन: खुदाई कर उसे पानी भरने लायक बनाया जाए ताकि बरसाती पानी की निकासी सुचारू रूप से हो सके। इस मौके पर मदनलाल, अमरसिंह, रमेश, मोहन लाल, गुरचरण सिंह, देवीलाल, ललित, दर्शन, राकेश कुमार, हीरालाल सहित कई अन्य ग्रामीण मौजूद थे।
खाले पर अवैध रूप से किया गया निर्माण हटवाने की मांग
चक 15 बीकेएल बिरकाली माइनर में खाले पर अवैध रूप से किया गया निर्माण हटवाने की मांग के संबंध में नोहर तहसील के चक 15 बीकेएल, ग्राम ननाउ, मुंसरी व बिरकाली के किसानों ने गुरुवार को जिला कलेक्टर कानाराम को ज्ञापन सौंपा। नोहर के पूर्व विधायक अभिषेक मटोरिया के नेतृत्व में जिला कलक्टर से मिले किसानों ने बताया कि भाखड़ा नहर के अन्तर्गत चक 15 बीकेएल में बेहतरीन सिंचाई के लिए पक्के खाले का निर्माण होना शेष है। इसके टेंडर की प्रक्रिया भी सीएडी निर्माण विभाग की ओर से पूर्ण कर ली गई और टेंडर भी हो चुका है। खाले का निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है। लेकिन उक्त चक के एक किसान की ओर से खाले के अलाइमेंट के बीच में अवैध रूप से एक कमरे का निर्माण किया गया है। इस अवैध निर्माण को हटवाने की मांग के संबंध में चक के किसानों की ओर से नोहर के उपखण्ड अधिकारी के समक्ष प्रार्थना-पत्र प्रस्तुत किया गया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अवैध निर्माण को हटाए जाने व खाला निर्माण करवाए जाने के संबंध में न्यायालय अपर जिला न्यायाधीश नोहर के समक्ष एक दावा पेश किया गया। न्यायालय की ओर से उक्त वाद खारिज कर दिया गया है। किसानों ने मांग की, कि जल्द से जल्द खाले के अलाइमेंट पर किए गए अवैध निर्माण को हटवाकर पक्के खाला का निर्माण कार्य पूर्ण करवाने संबंधी आदेश जारी किया जाए। इस मौके पर तिलोकचन्द, राजेन्द्र, साहबराम, लीलूराम, रामसिंह, देवीसिंह, हनुमान सिंह, प्रहलाद, हेमराज, भादरराम, लेखराम सहित कई अन्य किसान मौजूद थे।