Edited By Raunak Pareek, Updated: 17 Jun, 2025 08:22 PM

शहीद स्मारक पर हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व में RPSC के पुनर्गठन और SI भर्ती 2021 को रद्द करवाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना 55वें दिन भी जारी रहा। बेनीवाल ने सरकार को चेताते हुए कहा – "अब ये सिर्फ एक भर्ती का नहीं, पूरे सिस्टम की सफाई का आंदोलन...
जयपुर – राजस्थान की राजनीति में छात्रों के मुद्दों को लेकर एक बार फिर बड़ा उबाल देखने को मिला है। राजधानी जयपुर के शहीद स्मारक पर पिछले 55 दिनों से जारी अनिश्चितकालीन धरने की अगुवाई कर रहे सांसद हनुमान बेनीवाल ने आज सरकार को खुली चुनौती दी। धरने का उद्देश्य है – SI भर्ती 2021 को रद्द कराना और RPSC का पुनर्गठन।
शहीद स्मारक पर छात्रों और युवाओं को संबोधित करते हुए हनुमान बेनीवाल ने साफ कहा, “सरकार का दमन और षड्यंत्र अब नहीं चलने वाला। जब तक मैं आपके साथ हूं, किसी भी छात्र को डरने की जरूरत नहीं है।”
उन्होंने खुलासा किया कि जब हाल ही में डॉ. राकेश बिश्नोई के परिजनों और युवाओं ने धरना स्थल पर नया तंबू लगाने का प्रयास किया, तो प्रशासन ने बल प्रयोग की तैयारी कर ली थी, अतिरिक्त पुलिस जाब्ता बुला लिया गया और छात्र नेताओं को जबरन हटाने की साजिश की गई। लेकिन छात्रों के आत्मबल और जनसमर्थन के चलते प्रशासन को पीछे हटना पड़ा।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर तीखा हमला करते हुए बेनीवाल ने कहा – “भजनलाल सरकार केवल दिखावटी हमदर्दी दिखा रही है, असल में युवाओं की आवाज को दबाने का सुनियोजित प्रयास कर रही है। लेकिन ये आंदोलन अब सिर्फ SI भर्ती तक सीमित नहीं है, यह पूरे सिस्टम को ठीक करने का आंदोलन बन चुका है।”
दिल्ली कूच की हनुमान बेनीवाल ने दी चेतावनी
मीडिया से बातचीत करते हुए हनुमान बेनीवाल ने साफ तौर पर चेताया कि अगर केंद्र सरकार से उन्हें मिलने का समय नहीं दिया गया, तो 25 मई की तर्ज पर एक बार फिर दिल्ली कूच किया जाएगा। उन्होंने कहा – “जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जातीं, हम पीछे हटने वाले नहीं हैं। यह आंदोलन अब आर-पार की लड़ाई बन चुका है।”
धरना स्थल पर छात्रों की संख्या लगातार बढ़ रही है और युवाओं में जोश के साथ आक्रोश भी दिख रहा है। यह साफ है कि राजस्थान में बेरोजगारी, भर्ती परीक्षाओं की पारदर्शिता और आयोग की साख जैसे मुद्दे आने वाले समय में राजनीतिक विमर्श का बड़ा हिस्सा बनने वाले हैं।