Edited By Raunak Pareek, Updated: 27 Mar, 2025 05:41 PM

जयपुर के महारानी महाविद्यालय में आयोजित अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी समारोह में उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने नारी सशक्तिकरण पर जोर दिया और क्या कहा...
जयपुर, 27 मार्च। महारानी महाविद्यालय में मरूधर नारी सशक्तिकरण संगठन और भारतीय शिक्षण मंडल के संयुक्त तत्वावधान में अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी समारोह का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने शिरकत की और अहिल्याबाई होलकर के जीवन, उनके समाज सुधार कार्यों और नारी सशक्तिकरण की दिशा में उनके योगदान पर प्रकाश डाला।
अहिल्याबाई होलकर: समाज सुधार और नारी सशक्तिकरण की प्रेरणा
दिया कुमारी ने कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि अहिल्याबाई होलकर का नाम इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज है। उन्होंने अपने शासनकाल में समाज कल्याण, महिलाओं के उत्थान और धर्म के प्रचार-प्रसार में उल्लेखनीय योगदान दिया। उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण, स्वरोजगार के अवसर और सामाजिक सुधारों की दिशा में प्रभावी कदम उठाए।
सशक्त नारी ही सशक्त भारत की परिकल्पना को साकार...- दीया कुमारी
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सशक्त नारी ही सशक्त भारत की परिकल्पना को साकार कर सकती है। उन्होंने छात्राओं को महिला सशक्तिकरण से जुड़ी सरकारी योजनाओं और कानूनों की जानकारी लेने के लिए प्रेरित किया ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और समाज में बदलाव ला सकें।
महिला उत्थान की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता
दिया कुमारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के समग्र विकास पर सरकार विशेष ध्यान दे रही है, जिससे वे हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना सकें।
कार्यक्रम में शामिल हुए विशिष्ट अतिथि
इस अवसर पर कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अल्पना कटेजा, अंबेडकर विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर प्रो. अमी उपाध्याय, भारतीय स्त्री शक्ति की अखिल भारतीय संगठन मंत्री प्रो. मनीषा कोठेकर, महारानी कॉलेज प्राचार्य प्रो. पायल लोढ़ा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय संघचालक डॉ. रमेश अग्रवाल और राष्ट्रीय सेविका समिति की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य प्रो. मंजू शर्मा शामिल थीं।
इस आयोजन ने महिलाओं के सशक्तिकरण और अहिल्याबाई होलकर के योगदान को उजागर किया। यह कार्यक्रम समाज में महिला उत्थान की दिशा में प्रेरणादायी साबित हुआ और युवाओं को अपनी प्रतिभा को निखारने तथा सामाजिक बदलाव लाने के लिए प्रेरित किया।