Edited By Chandra Prakash, Updated: 16 Sep, 2024 04:04 PM
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 17 सितंबर को 74 वां जन्मदिन है. इस मौके पर मोदी समर्थक देशभर में अलग- अलग तरीक से जश्न मना रहे हैं। राजस्थान में भी विभिन्न स्थानों पर मोदी का बर्थ डे मनाया जा रहा है। आज इस अवसर पर हम आपको मोदी के जीवन से जुड़े...
जयपुर, 16 सितंबर 2024(कैलाश सिंह) । देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 17 सितंबर को 74 वां जन्मदिन है. इस मौके पर मोदी समर्थक देशभर में अलग- अलग तरीक से जश्न मना रहे हैं। राजस्थान में भी विभिन्न स्थानों पर मोदी का बर्थ डे मनाया जा रहा है। आज इस अवसर पर हम आपको मोदी के जीवन से जुड़े एक रोचक किस्से से रूबरू करवाएंगे। कहते हैं राजनीति के किस्से अजब-गजब होते हैं। ऐसा ही एक किस्सा है कि नरेंद्र मोदी बीजेपी के कद्दावर नेता भैरो सिंह शेखावत के साथ कहीं जा रहे थे। इसी दौरान चंद्रशेखर को सामने से आता देख शेखावत ने कुछ ऐसा किया, जिससे नरेंद्र मोदी हैरान रह गए। क्या है वह किस्सा, आइए जानते हैं।
दरअसल, यह किस्सा है सत्तर के दशक का । और इसका खुलासा खुद नरेंद्र मोदी ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में किया था। बकौल नरेन्द्र मोदी हुआ कुछ यूं था कि जनसंघ के उस वक्त के कद्दावर नेताओं में शुमार होने वाले भैरों सिंह शेखावत और नरेंद्र मोदी पार्टी के किसी काम से कहीं जाने के लिए दिल्ली के एयरपोर्ट पर पहुंचे थे। इस दौरान अचानक भैरों सिंह शेखावत की नजर किसी शख्स पर गई और वह बगैर वक्त गंवाए अपने कुर्ते की जेबों में जो कुछ भी था, वह सब निकालकर नरेंद्र मोदी के कुर्ते की जेब में रखने लगे। अचानक यह सब होता देखकर नरेंद्र मोदी हक्का-बक्का रह गए।
दरअसल, यह सब इतना जल्दी हुआ था कि मोदी समझ नहीं पा रहे थे कि अचानक से भैरों सिंह शेखावत को हुआ क्या है और वह ऐसा क्यों करने लगे हैं ?, इस दौरान कुछ पल ही गुजरे होंगे कि एक शख्स दोनों के सामने आ खड़ा हुआ। इस शख्स ने आते ही भैरों सिंह शेखावत की जेबों में हाथ डाल दिया। आपको जानकर हैरानी होगी वह शख्स कोई और नहीं बल्कि चंद्रशेखर थे। नरेन्द्र मोदी को भी यह बात भैरों सिंह शेखावत के जरिए बाद में पता चली कि चंद्रशेखर की यह पुरानी आदत थी कि जब भी वह शेखावत से मिलते उनकी जेब में हाथ डाल कर जेब में जो कुछ भी होता था, वह सब निकाल लेते थे, दरअसल इसके पीछे भी एक अनोखा राज था। चंद्रशेखर के इस तरह के व्यवहार की वजह यह थी कि भैरों सिंह शेखावत तंबाकू सेवन के तगड़े शौकीन हुआ करते थे और चंद्रशेखर को शेखावत का यह शौक या आदत बिल्कुल पसंद नहीं थी। तो जब भी इन दोनों नेताओं का आमना-सामना हुआ करता, चंद्रशेखर का पहला काम यही होता था कि वह भैरों सिंह शेखावत की जेब में हाथ डाल तलाशी लेते और तंबाकू वगैरह जो भी उनके पास होता था, निकालकर फेंक दिया करते थे। उस दिन एयरपोर्ट पर भी भैरों सिंह शेखावत को जैसे ही चंद्रशेखर दिखे तो उन्हें सबसे पहले अपनी जेब में रखे तंबाकू को बचाने की फिक्र हुई और उसे बचाने के लिए उन्होंने मोदी की जेबों का सहारा लिया। तो यह तो था मोदी का भैरोंसिह शेखावत के साथ जुड़ा रोचक किस्सा ।
मोदी का राजस्थान के दो और राजनेताओं से गहरा नाता रहा है। नवलकिशोर शर्मा और कमल बेनीवाल, दोनों ही गुजरात के राज्यपाल भी रहे चुके है। कमला बेनीवाल के साथ तो मोदी के रिश्ते खट्ठे मीठे रहे है। लेकिन नवलकिशोर शर्मा के साथ मोदी के काफी गहरे रिश्ते रहे है । यहां तक कि शर्मा के निधन के बाद मोदी विशेष रूप से उनके परिवार को सांत्वना देने उनके घर पहुंचे थे। इतना ही नहीं, अलवर में एक चुनावी सभा में मोदी ने उनका जिक्र करते हुए कहा था कि कांग्रेस ने नवल किशोर शर्मा के साथ क्या किया,क्या यह भूल पाएंगे ? दरअसल, विधानसभा चुनाव में पूर्व मंत्री और नवलकिशोर शर्मा के बेटे बृजकिशोर शर्मा का टिकट काट दिया था। जिस पर मोदी ने यह बात कही थी।