Edited By Liza Chandel, Updated: 11 Feb, 2025 03:43 PM
![julie s big statement in kirori s phone tapping case](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_15_42_456280799website-ll.jpg)
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को फोन टैपिंग पर दिए गए बयान को लेकर नोटिस जारी किया है। विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए सवाल उठाए हैं कि अगर किरोड़ी का बयान असत्य है, तो सरकार ने 7 फरवरी को विधानसभा में...
किरोड़ी के फोन टैपिंग मामले में जूली का बड़ा बयान
राजस्थान की राजनीति में इन दिनों फोन टैपिंग के मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है। कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के बयान ने विपक्ष को एक बड़ा हथियार दे दिया, जिससे सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बचाव की मुद्रा में आना पड़ा। विपक्ष ने सरकार को कठघरे में खड़ा किया तो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने किरोड़ी लाल मीणा को नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर जवाब मांगा है। इस मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी सोशल मीडिया पर सरकार को आड़े हाथों लिया और सदन न चलने देने की चेतावनी दी।
किरोड़ी लाल मीणा को नोटिस
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को फोन टैपिंग पर दिए गए बयान को लेकर नोटिस जारी किया है। विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए सवाल उठाए हैं कि अगर किरोड़ी का बयान असत्य है, तो सरकार ने 7 फरवरी को विधानसभा में यह स्पष्ट क्यों नहीं किया? इस सवाल को उठाते हुए टीकाराम जूली ने सोशल मीडिया 'X' पर लिखा कि सरकार इस विषय पर चुप्पी साधे हुए है, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि "दाल में कुछ काला है।"
टीकाराम जूली की प्रतिक्रिया
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने नोटिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि किरोड़ी का बयान असत्य था, तो मुख्यमंत्री ने सदन के पटल पर इसे झूठा करार क्यों नहीं दिया? उन्होंने कहा, "भाजपा सरकार अपने ही मंत्री के खिलाफ खड़ी हो गई है। बजरी घोटाले के आरोपों के बाद से भाजपा किरोड़ी मीणा के पीछे पड़ी हुई है। यही कारण है कि उनका फोन टैप किया जा रहा है, जिससे सरकार यह पता कर सके कि उनके पास कौन सी महत्वपूर्ण जानकारी है और उन्हें यह जानकारी कौन दे रहा है।"
फोन टैपिंग का आरोप
6 फरवरी को एक जनसभा में किरोड़ी लाल मीणा ने सरकार पर फोन टैपिंग के गंभीर आरोप लगाए। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। उन्होंने कहा, "मैंने उम्मीद की थी कि जब सरकार बदलेगी तो भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी, लेकिन मैं निराश हूं। पिछली सरकार के दौरान मैंने कई आंदोलन किए थे, जिससे हम सत्ता में आए, लेकिन अब उन मामलों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही।"
उन्होंने आगे कहा, "मैंने कुछ भ्रष्टाचार के मामले उठाए थे, जिसमें 50 फर्जी थानेदारों की गिरफ्तारी हुई थी। जब परीक्षा रद्द करने की मांग की गई, तो सरकार ने बात नहीं मानी। सरकार ठीक वैसे ही काम कर रही है जैसे पिछली सरकार कर रही थी। हर जगह मेरे लिए सीआईडी लगाई जा रही है और मेरा टेलीफोन भी रिकॉर्ड किया जा रहा है।"
विपक्ष का विरोध
किरोड़ी लाल मीणा के इस बयान के बाद कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोल दिया। विपक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार खुद के ही मंत्री पर अविश्वास जता रही है, जो दर्शाता है कि आंतरिक कलह चरम पर है।
भाजपा का पलटवार
भाजपा ने विपक्ष के इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी में अनुशासन महत्वपूर्ण है और सभी नेताओं को जिम्मेदारीपूर्वक बयान देना चाहिए। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि पार्टी किसी भी स्तर पर अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेगी और यदि कोई मंत्री सरकार पर गलत आरोप लगाता है, तो उससे जवाब मांगा जाना स्वाभाविक है।
सरकार की सफाई
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने 7 फरवरी को मीडिया से बातचीत में कहा था कि उन्होंने किरोड़ी का ऐसा कोई बयान नहीं सुना। वहीं, सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
फोन टैपिंग का मुद्दा अब सिर्फ सरकार बनाम विपक्ष की लड़ाई नहीं रह गया है, बल्कि यह भाजपा के भीतर भी उथल-पुथल का कारण बन गया है। किरोड़ी लाल मीणा के बयान से उपजे विवाद ने भाजपा को रक्षात्मक स्थिति में ला दिया है, जबकि कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर है। अब देखना यह होगा कि किरोड़ी लाल मीणा नोटिस का क्या जवाब देते हैं और क्या सरकार इस विवाद को शांत करने के लिए कोई ठोस कदम उठाती है या नहीं।