उज्जैन से दुनिया में गूंजेगी भारत की सांस्कृतिक शक्ति: गजेन्द्र सिंह शेखावत

Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 27 Aug, 2025 07:42 PM

union minister shekhawat s big claim in the city of mahakal

उज्जैन । केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि दुनिया के किसी देश में उतनी विविधता नहीं है, जितनी भारत के पास है

उज्जैन । केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि दुनिया के किसी देश में उतनी विविधता नहीं है, जितनी भारत के पास है। दुनिया के किसी देश में भारत जितनी पुरानी सांस्कृति विरासत नहीं है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हमारी सांस्कृतिक शक्ति और सॉफ्ट पावर विश्व में भारत का प्रभुत्व स्थापित करेगी।

शेखावत और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को दीप प्रज्वलित कर महाकाल की नगरी उज्जैन में द्वितीय वैश्विक आध्यात्मिक पर्यटन सम्मेलन ‘रूहMantic’ का शुभारंभ किया। अपने उद्बोधन में शेखावत ने कहा कि भारत की तीर्थ परंपरा बहुत प्राचीन है। ढाई हजार साल पहले जब विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में मनुष्य अपने आपको अलग दिखाने के लिए प्रयासरत था, उस समय भारत में तीर्थन की परंपरा थी। आज से कई शताब्दी पहले केरल के कलाड़ी गांव से मात्र 11 वर्ष के आदि शंकराचार्य ने पैदल चलकर यात्रा प्रारंभ की। केरल से केदारनाथ तक भारत को एकता के सूत्र में बांधा। देश के चारों कोनों पर चार पीठ स्थापित करके भारत एक है, श्रेष्ठ है, यह स्थापित किया।

केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि गुरु नानक देव ने अपने जीवनकाल में 24 साल (वर्ष 1500-1524) तक 28 हजार किलोमीटर पैदल यात्रा कर सुदूर पर्शिया तक भारत की संस्कृति, सभ्यता, विचार और परस सोच को लोगों के बीच में प्रतिस्थापित किया। शेखावत ने कहा कि दो सौ साल के उस गुलामी के कालखंड के कारण देश में स्थापित करने की कोशिश की गई कि अंग्रेजों के आने से पहले भारत एक देश नहीं था। सल्तनतों और रियासतों में बंटा एक भूभाग था। अंग्रेजों ने आकर भारत को भारत बनाया। शेखावत ने कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ में मेरे मंत्रालय ने एक प्रदर्शनी लगाई, हमने 2000 साल के लिखित प्रमाण प्रदर्शित किए।

शेखावत ने मध्य प्रदेश सरकार की पर्यटन में निवेश नीतियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में टूरिज्म की बहुत अपार संभावनाएं हैं। प्रदेश के पास जंगल है, नदी है, मंदिर है, तीर्थ है, जंगली जानवर है, एडवेंचर टूरिज्म का स्कोप है, वाटर टूरिज्म का स्कोप है, हेरिटेज टूरिज्म का स्कोप है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मध्यप्रदेश को उसकी धार्मिक और प्राकृतिक विरासतों के आधार पर आध्यात्मिक पर्यटन का केंद्र बनाने की दिशा में सशक्त कदम उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसा लगता है, जैसे महाकाल की सेवा का सबसे अधिक आशीर्वाद मुख्यमंत्री जी को मिला है। 

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक तरफ भारत में घरेलू पर्यटन का स्कोप बढ़ रहा है, दूसरी तरफ विश्व में जिस तरह से भारत का मान-सम्मान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में बढ़ा है, उसने भारत को विश्व के लिए नए सिरे से आकर्षण का केंद्र बनाया है। केंद्रीय मंत्री शेखावत और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में वीर दुर्गादास राठौड़ की छत्री के संरक्षण-संवर्धन के लिए विभिन्न विकास कार्यों का भूमि पूजन भी किया।
 

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