Edited By Kailash Singh, Updated: 23 Aug, 2025 05:20 PM

फिट इंडिया मूवमेन्ट, जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री द्वारा 2019 में की गई थी, का उद्देश्य फिटनेस को सभी नागरिकों के दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बनाना है। इसी पहल के अंतर्गत, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से राजस्थान पुलिस द्वारा 24...
जयपुर 23 अगस्त। फिट इंडिया मूवमेन्ट, जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री द्वारा 2019 में की गई थी, का उद्देश्य फिटनेस को सभी नागरिकों के दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बनाना है। इसी पहल के अंतर्गत, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से राजस्थान पुलिस द्वारा 24 अगस्त, 2025 को "संडेज ऑन साइकिल" अभियान का एक विशेष संस्करण आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम राज्य के सभी जिला मुख्यालयों, पुलिस/आर्म्ड बटालियन, प्रशिक्षण संस्थानों और अन्य पुलिस इकाइयों में होगा।
विभिन्न गतिविधियों का होगा आयोजन
इस आयोजन में केवल साइकिलिंग ही नहीं बल्कि योग, जुम्बा, रनिंग और रोप स्कीपिंग जैसी अन्य फिटनेस गतिविधियां भी शामिल होंगी। इन गतिविधियों का उद्देश्य आम जनता में उत्साह बढ़ाना है।
इस आयोजन का व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है ताकि पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ-साथ आम नागरिक, स्थानीय साइक्लिंग क्लब, स्कूल और कॉलेज के छात्र, एनजीओ और अन्य समूह भी इसमें शामिल हो सकें। इस पहल का मुख्य संदेश "फिटनेस की डोज आधा घंटा रोज" है, जिसे सभी तक पहुँचाया जाएगा।
संभावित भागीदारी का अनुमान
इस विशेष अभियान में विभिन्न जिलों और इकाइयों से लगभग 16,950 से अधिक लोगों के भाग लेने का अनुमान है। जयपुर शहर पुलिस लाईन में योगा और साइकिलिंग में 700 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। आरपीए में योग, साइकिलिंग और रनिंग में 600 लोग भाग लेंगे। जोधपुर ग्रामीण पुलिस, प्रशिक्षण संस्थान और आरएसी की तरफ से होने वाले कार्यक्रम में लगभग 1600 लोगों के हिस्सा लेने का अनुमान है।
भरतपुर में पुलिस और आरएसी की तरफ से होने वाले योगा और साइकिलिंग कार्यक्रम में 500 लोग भाग ले सकते हैं। बूंदी में साइकिलिंग और रनिंग में 500 से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है। कोटा सिटी पुलिस, ग्रामीण पुलिस और आरएसी में योग, साइकिलिंग और जुम्बा में 300 लोग भाग लेंगे।
उदयपुर में फतेहसागर लेक पर योगा, साइकिलिंग और जुम्बा में 150 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। यह अभियान फिटनेस को बढ़ावा देने और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने में एक महत्वपूर्ण कदम है।