Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 19 Aug, 2025 03:34 PM

जयपुर। राइट टू एजुकेशन आरटीई की लेकर अभिभावक लगातार धरने प्रदर्शन कर रहे है लगातार मंत्रियों, विधायकों, शिक्षा विभाग के अधिकारियों सहित पक्ष और विपक्ष के नेताओं के चक्कर लगा रहे है।
जयपुर। राइट टू एजुकेशन आरटीई की लेकर अभिभावक लगातार धरने प्रदर्शन कर रहे है लगातार मंत्रियों, विधायकों, शिक्षा विभाग के अधिकारियों सहित पक्ष और विपक्ष के नेताओं के चक्कर लगा रहे है। सोमवार को जहां संयुक्त अभिभावक संघ के तत्वावधान में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से मुलाकात कर अपनी पीड़ा रखी वहीं मंगलवार को विपक्ष के नेता टीकाराम जूली से मुलाकात कर आरटीई के तहत चयनित विद्यार्थियों को दाखिला नहीं मिलने पर अभिभावकों ने अपनी पीड़ा साझा की। इस दौरान संयुक्त अभिभावक संघ प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक जैन बिट्टू, प्रदेश महामंत्री संजय गोयल, प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू, धर्मेंद्र मीणा, संदीप शर्मा, एडवोकेट संतोष, पं.लोकेश शर्मा सहित दर्जनों अभिभावकों टीकाराम जूली से मुलाकात कर आरटीई में आ रही समस्याओं को सड़क से लेकर सदन तक उठाने की मांग की। चर्चा के दौरान संयुक्त अभिभावक संघ ने कोचिंग सेंटरों पर नियंत्रण को लेकर आने वाले बिल पर भी चर्चा करते हुए सदन में अभिभावकों को भी समीक्षा, सुझाव इत्यादि के लिए कमेटी में शामिल करने की मांग की।
प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि अभिभावक पिछले चार महीनों से बच्चों की शिक्षा शुरू करवाने के लिए लगातार ठोकरें खा रहे है, दो महीनों से स्कूलों का सत्र भी शुरू हो चुका है लेकिन अभी तक राजस्थान सरकार द्वारा आरटीई में चयनित हुए बच्चों की पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई है। शिक्षा विभाग के अधिकारी दिखावे के लिए निजी स्कूलों को कार्यवाही के लिए नोटिस तो भेज रहे है किंतु कार्यवाही नहीं कर रहे है। स्कूल लगातार अभिभावकों को धक्के देकर भगा रहे है। अभिभावक फरियाद पर फरियाद लगा रहे है पहले जहां मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, शिक्षा अधिकारियों की शरण में जाकर गुहार लगा रहे थे तो अब विपक्ष के नेताओं की शरण में जाकर गुहार लगाने को मजबूर हो रहे है। मंगलवार को टीकाराम जूली से मुलाकात कर राजस्थान सरकार बच्चों का भविष्य बनाने के लिए शिक्षा का अधिकार दिलवाने की मांग की गई। टीकाराम जूली ने अभिभावकों को आश्वस्त किया कि वह विपक्ष के नेता होने की पूरी जिम्मेदारी निभाएंगे और अभिभावकों की इस समस्या को लेकर वह ना केवल राजस्थान सरकार से हल करने की मांग की बल्कि इस मुद्दे को आगामी विधानसभा सत्र में भी पुरजोर तरीके से उठाने की बात भी कही।
प्रदेश महामंत्री संजय गोयल ने कहा कि मंगलवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से भी मुलाकात होनी थी किंतु वह दिल्ली दौरे पर थे अगले 2-3 दिन में जयपुर आयेंगे और अभिभावकों से मुलाकात करेंगे। अगर जल्द से जल्द आरटीई में बच्चों का दाखिला सुनिश्चित नहीं हुआ और पढ़ाई शुरू नहीं हुई तो मजबूर अभिभावकों को शिक्षा संकुल के बाहर उन सभी विद्यार्थियों की क्लास शुरू करनी पड़ेगी जिन बच्चों का दाखिला राजस्थान सरकार ने आरटीई के तहत दे तो दिया किंतु अब चार महीने से उनकी पढ़ाई रोककर उनसे शिक्षा का अधिकार छीनने का काम कर गरीब और जरूरतमंद अभिभावकों को प्रताड़ित कर रही हैं।