Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 17 May, 2025 06:01 PM

उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी की अध्यक्षता में शनिवार को सचिवालय, जयपुर में पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में पर्यटन सचिव रवि जैन सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि राज्य की पर्यटन नीति...
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी की अध्यक्षता में शनिवार को सचिवालय, जयपुर में पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में पर्यटन सचिव रवि जैन सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि राज्य की पर्यटन नीति एवं फिल्म नीति को अंतिम रूप देकर शीघ्रता से जारी किया जाए, जिससे प्रदेश में पर्यटन और फिल्म निर्माण को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने एडवेंचर टूरिज्म योजना पर तीव्रता से कार्य करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। पर्यटन स्थलों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उपमुख्यमंत्री ने पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने जयपुर सहित समस्त प्रमुख पर्यटन स्थलों पर स्वच्छता, पेयजल और शौचालयों की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
प्रमुख निर्देश एवं कार्य योजना
01. पुष्कर सरोवर की DPR में घाटों के सौंदर्यकरण एवं अन्य विकास कार्यों को प्राथमिकता देने के निर्देश
02. श्रीखाटूश्यामजी क्षेत्र के समग्र एवं सुव्यवस्थित विकास और दर्शनार्थियों की सुविधा बढ़ाने हेतु कार्य
03. मालासेरी डूंगरी, जयपुर चारदीवारी क्षेत्र, आमेर में विकास कार्यों को गति देने के निर्देश
04. आमेर में कॉनसर्ट वेन्यू विकसित करने की संभावनाओं पर कार्य
05. चौड़ा रास्ता स्थित टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेंटर (TFC) के बेहतर उपयोग हेतु योजना तैयार करने के निर्देश
उपमुख्यमंत्री ने NHAI द्वारा प्रस्तावित रोप-वे परियोजनाओं-आमेर, रणथंभौर, चित्तौड़गढ़ व बांसवाड़ा की प्रगति की समीक्षा की और अजमेर स्थित चामुंडा माता मंदिर के लिए भी रोपवे कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, उपमुख्यमंत्री ने शेखावाटी की हवेलियों के संरक्षण, अल्बर्ट हॉल के जीर्णोद्धार, लाइट एंड साउंड शो, बावड़ियों के संरक्षण, डेजर्ट टूरिज्म, वार म्यूजियम (झुंझुनू व जैसलमेर), टैगोर योजना और महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट सहित RTDC के कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। राज्य सरकार द्वारा लिए गए ये निर्णय राजस्थान को एक प्रमुख पर्यटन राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।