Edited By Raunak Pareek, Updated: 31 Jul, 2025 02:48 PM

127 वर्षों बाद भगवान बुद्ध की पिपरहवा अस्थियां भारत लौट आई हैं। केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने दिल्ली एयरपोर्ट पर इन्हें ससम्मान रिसीव किया।
127 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद भगवान बुद्ध की पिपरहवा अस्थियां अब अपने वास्तविक और पवित्र स्थान भारत लौट आई हैं। यह ऐतिहासिक और आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण क्षण बुधवार को सामने आया जब केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने दिल्ली एयरपोर्ट पर इन अस्थियों को ससम्मान ग्रहण किया।
इस अवसर पर गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि यह पुनर्प्राप्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशेष प्रतिबद्धता और संवेदनशील प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी जी कई बार कह चुके हैं कि भारत भगवान बुद्ध का देश है, और यह पुनर्प्राप्ति उस भावना को मूर्त रूप देती है।"
पिपरहवा की ये अस्थियां वर्ष 1898 में उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले स्थित पिपरहवा क्षेत्र में खुदाई के दौरान प्राप्त हुई थीं। अंग्रेजों के शासन काल में इन्हें भारत से बाहर ले जाया गया था, और हाल ही में ये एक अंतरराष्ट्रीय नीलामी में प्रदर्शित की गईं। इस पर भारत सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन्हें पुनः देश में लाने का निर्णय लिया।
इस ऐतिहासिक वापसी को लेकर बौद्ध अनुयायियों में खासा उत्साह है, वहीं इसे भारत की सांस्कृतिक विरासत की रक्षा की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। अब यह अस्थियां देश के भीतर एक सम्मानजनक और आध्यात्मिक स्थल पर प्रदर्शित की जाएंगी, ताकि आने वाली पीढ़ियां भगवान बुद्ध की उस महान परंपरा से जुड़ सकें, जो करुणा, शांति और अहिंसा का संदेश देती है।