Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 03 Aug, 2025 10:05 AM

भीलवाड़ा। जिले में एसपी धर्मेन्द्र सिंह यादव के अवैध मादक पदार्थों के तस्करों के विरुद्ध अभियान के तहत की गई कार्यवाही में फरार आरोपी की एनडीपीएस के निर्देशों पर पुलिस ने शनिवार को अवैध मादक पदार्थों की तस्करी से जुटाई लगभग एक करोड़ रुपए की संपति...
भीलवाड़ा। जिले में एसपी धर्मेन्द्र सिंह यादव के अवैध मादक पदार्थों के तस्करों के विरुद्ध अभियान के तहत की गई कार्यवाही में फरार आरोपी की एनडीपीएस के निर्देशों पर पुलिस ने शनिवार को अवैध मादक पदार्थों की तस्करी से जुटाई लगभग एक करोड़ रुपए की संपति फ्रिज की कार्यवाही की गई और एक स्कूटी व आरोपी का बैंक खाता भी फ्रिज किया गया। आरोपी ने यह संपत्ति मादक पदार्थ तस्करी से जुटाई थी पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि चित्तौड़गढ़ जिले के विजयपुर थाना क्षेत्र व हाल निवास सांगानेर, भीलवाड़ा के भैरूलाल जाट के विरुद्ध अवैध मादक पदार्थ के व्यापार से अर्जित अवैध संपत्ति पर कारवाई की गई।
चार मुकदमे दर्ज
आरोपी भैरूलाल पुत्र हजारीलाल जाट पर विजयपुर थाना, गंगरार थाना,प्रताप नगर थाना व बिजौलिया थाने में तस्करी के मुकदमे दर्ज है आरोपी से 665 किलो गांजा बरामद किया गया था जिसके तहत् नारकोटिक्स में इस्तेगाशे से संपति फ्रिज करने की अनुमति मांगी गई थी जिस पर अनुमति मिलने पर शनिवार को तीन मकानों व एक स्कूटी फ्रिज की गई है और उसका बैंक खाता भी फ्रिज करने के लिए बैंक को सूचना दी गई है। अब आरोपी के पास 45 दिन का समय है जिसमें अपने दस्तावेज पेश कर सकता है।
अवैध संपत्तियों को एनडीपीएस एक्ट की धारा 68 एफ के तहत फ्रीज किया गया इसमें भैरूलाल जाट ने जो अवैध संपत्ति हासिल की, फ्रीज संपत्ति की कीमत लगभग एक करोड़ है। पुलिस ने भीलवाड़ा की सांगानेर कॉलोनी में भैरूलाल जाट की पत्नी के नाम रिहायशी मकान, आदर्श कॉलोनी भीलवाड़ा में खुद के नाम मकान व गांव में पिता के नाम जमीन फ्रीज की। पुलिस ने कहा कि एनडीपीएस एक्ट की 68 एफ धारा में अवैध मादक पदार्थों के व्यापार या अवैध रूप से जुटाई संपत्ति फ्रीज करने की कारवाई की जाती है। किसी भी व्यक्ति पर मादक पदार्थ की तस्करी या उससे संबंधित मुकदमा होने के बाद उनकी पैतृक संपत्ति के अलावा काली कमाई से अर्जित संपत्ति जब्त की जाती है। कार्रवाई में भीलवाड़ा एएसपी पारस जैन ओर मांडलगढ़ डीवाईएसपी बाबूलाल बिश्नोई और थाना प्रभारी शंकर सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई थी।