Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 05 Oct, 2025 05:17 PM

मेवाड़ की वीरभूमि पर आदिवासी स्वाभिमान के प्रतीक वीर शिरोमणि राणा पूंजा भील की जयंती के अवसर पर आज उदयपुर जिले के रेती स्टैंड चौराहा पर भव्य शक्ति प्रदर्शन किया।
उदयपुर : मेवाड़ की वीरभूमि पर आदिवासी स्वाभिमान के प्रतीक वीर शिरोमणि राणा पूंजा भील की जयंती के अवसर पर आज उदयपुर जिले के रेती स्टैंड चौराहा पर भव्य शक्ति प्रदर्शन किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर डॉ. दिव्यानी कटारा भील के नेतृत्व में समाज के युवाओं, महिलाओं और वरिष्ठजनों ने एकजुट होकर राणा पूंजा जी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
डॉ. दिव्यानी कटारा भील ने कहा- “राणा पूंजा भील केवल एक ऐतिहासिक नाम नहीं, बल्कि आदिवासी अस्मिता और संघर्ष का प्रतीक हैं। उन्होंने हमें सिखाया कि जब बात अपने समाज, अपनी माटी और अपने हक की हो, तो संघर्ष करना ही सच्ची पूजा है।”
आदिवासी शेरनी उदयपुर ग्रामीण क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं और महिलाओं, युवाओं व आदिवासी समाज के सशक्तिकरण के लिए सतत कार्य कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राणा पूंजा की प्रेरणा से आज का आदिवासी युवा जागरूक और सशक्त हो रहा है, और आने वाला भविष्य भील समाज का होगा।
इस मौके पर डॉ. दिव्यानी कटारा भील के नेतृत्व में निकले शक्ति प्रदर्शन ने उदयपुर ग्रामीण में नए राजनीतिक समीकरण को जन्म दिया है, जहां एक सशक्त महिला नेतृत्व की छवि और अधिक मज़बूत होती नज़र आ रही है। सभा के दौरान “जय राणा पूंजा भील-जय आदिवासी शक्ति-जय मेवाड़” के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। डॉ. दिव्यानी ने अंत में समाज से एकता और शिक्षा को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाने का आह्वान किया।