Edited By Kailash Singh, Updated: 20 Aug, 2025 04:15 PM

राजस्थान के सिरोही जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। पिंडवाड़ा तहसील के वालोरिया गांव में छह दिनों के भीतर पिता और पुत्र की रहस्यमयी बीमारी से मौत हो गई। मौत के बाद पूरे गांव में डर और दहशत का माहौल है। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर...
सिरोही।
राजस्थान के सिरोही जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। पिंडवाड़ा तहसील के वालोरिया गांव में छह दिनों के भीतर पिता और पुत्र की रहस्यमयी बीमारी से मौत हो गई। मौत के बाद पूरे गांव में डर और दहशत का माहौल है। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर डेरा डाले हुए हैं और लगातार निगरानी कर रही हैं।
क्या है पूरा मामला...?
जानकारी के मुताबिक, गांव के रहने वाले अंगरेसा राम (42) की 12 अगस्त को मौत हो गई थी। परिवार इसे सामान्य बीमारी मानकर चल रहा था। लेकिन पांच दिन बाद, 17 अगस्त को उनके बेटे कालिया राम (15) ने भी वही लक्षण दिखाए और उसकी भी मौत हो गई। दोनों को मौत से पहले दो दिन तक तेज बुखार और दस्त (लूज मोशन) की समस्या थी। तीसरे दिन हालत बिगड़ गई और दोनों की मौत हो गई।
बाकी परिवार और गांव में भी लक्षण लिये सेम्पल
मृतक अंगरेसा राम की पत्नी को गंभीर खून की कमी के चलते जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
उनके दो अन्य बच्चों और गांव के एक अन्य बच्चे को तेज बुखार की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हालांकि परिवार के दो अन्य बच्चे अभी स्वस्थ बताए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग आया हरकत में
घटना की सूचना मिलते ही सिरोही के सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांव पहुंचीं। ब्लॉक सीएमओ डॉ. भूपेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में मेडिकल टीम ने बीमार लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया पूरे गांव की स्क्रीनिंग की। और करीब 50 ग्रामीणों के सैंपल लेकर जोधपुर लैब भेजे। डॉ. खराड़ी ने बताया कि गांव में अचानक हुई इन मौतों और कई लोगों में बुखार-दस्त जैसे लक्षण दिखने से हालात चिंताजनक हैं। फिलहाल सैंपल रिपोर्ट आने के बाद ही असली वजह का खुलासा होगा।
दहशत का माहौल
गांव में अचानक हुई इन मौतों से लोग भयभीत हैं। स्थानीय लोग इसे किसी संक्रामक बीमारी से जोड़कर देख रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने आश्वस्त किया है कि टीम लगातार गांव की निगरानी कर रही है और सभी संदिग्ध मरीजों की जांच की जा रही है।
अंगरेसा राम का परिवार
बताया जाता है कि मृतक अंगरेसा राम किसान थे और खेती-बाड़ी से ही परिवार का गुजारा होता था। उनकी अचानक मौत और बेटे की मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में है।