Edited By Chandra Prakash, Updated: 04 Sep, 2024 02:10 PM
राजस्थान कांग्रेस के वो नेता कहां है, जिनकी एक समय दिग्गज नेताओं में गिनती आती थी और कांग्रेस सरकार के समय में उच्च मंत्री पदों पर आसीन थे । तो आइये बात करते है, कांग्रेस पार्टी के उन नेताओं की जिनके बिना नहीं होती थी पार्टी की मीटिंग या कोई चर्चा,...
जयपुर, 4 सितंबर 2024 (कुलदीप कुंडारा) । राजस्थान कांग्रेस के वो नेता कहां है, जिनकी एक समय दिग्गज नेताओं में गिनती आती थी और कांग्रेस सरकार के समय में उच्च मंत्री पदों पर आसीन थे । तो आइये बात करते है, कांग्रेस पार्टी के उन नेताओं की जिनके बिना नहीं होती थी पार्टी की मीटिंग या कोई चर्चा, लेकिन अब वो धरातल पर तो छोड़ो चर्चाओं में भी नहीं है वो नेता । सबसे पहले बात करते है डॉ. रघु शर्मा की, केकड़ी से विधायक रहे डॉ. रघु शर्मा कांग्रेस राज में चिकित्सा मंत्री और डीआईपीआर मंत्री थे, उस दौरान हर समय खबरों में छाये रहते थे डॉ. रघु शर्मा ।
विधानसभा चुनावों में हार के बाद लुप्त क्यों हो गए रघु शर्मा ?
दरअसल, कोरोनाकाल में सबसे ज्यादा और अच्छे काम के लिए रघु शर्मा चर्चाओं में आए थे, लेकिन गुजरात कांग्रेस प्रभारी बनने से पहले रघु शर्मा ने चिकित्सा मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था । उन्होंने कहा था कि मेरे लिए मंत्री बना रहना जरूरी नहीं है, मेरे लिए संगठन जरूरी है और मैं कांग्रेस के लिए काम करूंगा, यही मेरी प्राथमिकता है । रघु शर्मा गुजरात के प्रभारी भी थे, फिर अचानक समय का पहिया ऐसा घूमा कि रघु शर्मा धीरे-धीरे लुप्त होते हुए नजर आए । वहीं गुजरात प्रभारी पद से हटने के बाद जब रघु शर्मा जयपुर पहुंचे, तो जयपुर एयरपोर्ट पर स्वागत करने के लिए कोई नहीं आया । लिहाजा सत्ता जाते ही कांग्रेस के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने रघु शर्मा को दरकिनार कर दिया । आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस ने फिर से रघु शर्मा पर भरोसा जताते हुए केकड़ी से टिकट दिया था, लेकिन भाजपा के शत्रुघ्न गौतम ने 7 हजार 542 वोटों से रघु शर्मा को हरा दिया । उसके बाद से कभी-कभी रघु शर्मा कांग्रेस के कार्यक्रमों में दिखाए देते हैं, लेकिन पहले जैसे एक्टिव नजर नहीं आते है । सोचने की बात है कि रघु शर्मा जैसे दिग्गज नेता आखिर कब मैदान में नजर आएंगे ? ये तो आने वाला समय ही बताएगा ।
डॉ. महेश जोशी ने कांग्रेस पार्टी से क्यों बनाई दूरी ?
तो अब बात करते हैं उस दूसरे चर्चित चेहरे की, जो फिलहाल कांग्रेस पार्टी में चर्चाओं में नहीं है । इन दिनों इस नेता ने भी पार्टी से दूरी बना रखी है । जी हां हम बात कर रहे हैं डॉ. महेश जोशी की, कांग्रेस सरकार में पहले मुख्य सचेतक और जलदाय मंत्री रहे डॉ. महेश जोशी कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं में से एक है, लेकिन अपने दबंग स्वभाव और पार्टी में मजबूत पकड़ के कारण महेश जोशी हमेशा चर्चाओं में बने रहे थे । पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेहद करीबियों में माने जाने वाले महेश जोशी भी अब कांग्रेस के किसी भी कार्यक्रम में नजर नहीं आते । ईडी की छापेमारी के बाद डॉ. जोशी के भाजपा में जाने की भी सुगबुगाहट चर्चाओं में आई थी, लेकिन महेश जोशी ने साफ तौर पर इनकार कर दिया था । वहीं कांग्रेस पार्टी ने 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में भी डॉ. महेश जोशी को टिकट नहीं दिया था । इसके लिए महेश जोशी को आलाकमान ने दिल्ली बुलाया था और समझाइश कर उन्हें चुनावों में खड़ा होने से मना कर दिया था और आरआर तिवाड़ी को सपोर्ट करने के लिए कहा था। ऐसे में महेश जोशी ने भी आरआर तिवाड़ी को सपोर्ट करने की बात कही थी, लेकिन राजनीतिक सूत्रों की माने, तो महेश जोशी ने आरआर तिवाड़ी की अंदरखाने मदद नहीं की । इसी का नतीजा चुनावी परिणाम पर देखने को मिला, जहां विधानसभा चुनाव में आरआर तिवाड़ी भाजपा के बालमुकुंदाचार्य से मात्र 900 वोटों से हार गए । अब देखने वाली बात ये है, कि ऐसे कितने दिग्गज नेता है जो जल्द अपनी वापसी करेंगे, क्योंकि कांग्रेस पार्टी को विधानसभा उपचुनाव, निकाय चुनाव, पंचायत चुनाव में अपने दिग्गजों की कमी अखरेगी ।
अब सियासी गलियारों में सवाल ये उठ रहा है कि क्या कांग्रेस फिर से दोनों नेताओं को पार्टी की मुख्य धारा में लाएगी ? या फिर ये दिग्गज नेता ऐसे ही ठंडे बस्ते में रहने वाले हैं ये तो आने वाली उपचुनाव, निकाय चुनाव और पंचायत चुनावों में पता चल जाएगा । लेकिन दोनों नेता अब ऐसी क्या खिचड़ी पका रहे हैं कि हाल में वो राजनीतिक गतिविधियों ने दूर हो रहे हैं ।