पचानपुरा में वंदे गंगा जल चेतना उत्सव: तीन मंत्रियों की मौजूदगी में जल संरचनाओं का लोकार्पण और जनसंकल्प

Edited By Raunak Pareek, Updated: 17 Jun, 2025 08:16 PM

vande ganga pachanpura jal chetna program 2025

राजस्थान के पचानपुरा में आयोजित राज्य स्तरीय ‘वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान’ कार्यक्रम में तीन कैबिनेट मंत्रियों की मौजूदगी रही। जल संरचनाओं का लोकार्पण, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और जल संकल्प के साथ यह आयोजन जन चेतना का उत्सव बन गया।

राजस्थान के ब्यावर जिले की रायपुर पंचायत समिति के ग्राम पचानपुरा में “वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान” के तहत राज्य स्तरीय कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ, जिसने जल चेतना को जनआंदोलन का रूप दे दिया। इस आयोजन में शिक्षा एवं पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत और ग्रामीण विकास मंत्री ओटाराम देवासी की गरिमामयी उपस्थिति रही। तीनों मंत्रियों ने जल संकट को लेकर गंभीरता दिखाई और जनसामान्य को जागरूक करने के साथ-साथ क्षेत्र के लिए विकासात्मक घोषणाएं भी कीं।

कार्यक्रम के दौरान दो बड़ी जल संरचनाओं का लोकार्पण किया गया। पहला, मायला भाला, पचानपुरा में एनीकट निर्माण जिससे सिंचाई और भूजल रिचार्ज में मदद मिलेगी। दूसरा, पचानपुरा स्कूल में रूफ टॉप वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम जो छात्रों के लिए व्यवहारिक मॉडल बनेगा और पानी के संरक्षण का संदेश देगा। इन संरचनाओं से ग्रामीणों को पेयजल संकट से राहत मिलेगी और कृषि में सुधार आएगा।

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस अवसर पर दो महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं – पहला, ओडा मगरी के उच्च प्राथमिक विद्यालय का क्रमोन्नयन और दूसरा, पचानपुरा स्कूल में वाणिज्य, विज्ञान और कृषि संकाय की शुरुआत। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण पर भी जोर दिया और राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे 10 करोड़ पौधारोपण अभियान का उल्लेख किया।

अविनाश गहलोत ने ग्रामीणों की भीषण गर्मी में बड़ी संख्या में मौजूदगी को जल संरक्षण के प्रति जनजागरूकता का प्रमाण बताया और बताया कि पचानपुरा स्कूल को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है। वहीं ओटाराम देवासी ने कहा कि वंदे गंगा अभियान अब केवल सरकारी पहल नहीं, बल्कि एक जनक्रांति बन चुकी है, और इसका असर खेती, पशुपालन और जीवनशैली तक में महसूस किया जा रहा है।

कार्यक्रम में बाइक रैली, रथ यात्रा, महिलाओं द्वारा गैर नृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने इसे उत्सव में बदल दिया। युवाओं, महिलाओं और ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी ने दिखाया कि जल संरक्षण की भावना समाज में गहराई से समाहित हो रही है। जिला कलेक्टर डॉ. महेंद्र खडगावत ने इसे प्रशासन और आमजन के संयुक्त प्रयास का प्रतीक बताया।

इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि यदि सरकार, समाज और प्रशासन मिलकर काम करें तो जल संरक्षण कोई दूर की बात नहीं, बल्कि एक व्यवहारिक और व्यापक बदलाव का जरिया बन सकता है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में चल रही यह मुहिम राजस्थान को जल समृद्ध राज्य बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है।

Related Story

    Trending Topics

    IPL
    Royal Challengers Bengaluru

    190/9

    20.0

    Punjab Kings

    184/7

    20.0

    Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

    RR 9.50
    img title
    img title

    Be on the top of everything happening around the world.

    Try Premium Service.

    Subscribe Now!