Edited By Rahul yadav, Updated: 28 May, 2025 04:10 PM

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को 2025 के दक्षिण-पश्चिम मानसून सीजन (जून से सितंबर) के लिए अपना संशोधित पूर्वानुमान जारी किया है। रिपोर्ट के अनुसार, इस बार भारत में दीर्घ अवधि औसत (LPA) का 106% तक बारिश होने की संभावना है। इसका अर्थ है...
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस वर्ष के दक्षिण-पश्चिम मानसून को लेकर राहत भरी खबर दी है। मौसम विभाग के अनुसार, इस बार जून से सितंबर के बीच देशभर में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है। रिपोर्ट में बताया गया कि वर्ष 2025 में देश को दीर्घ अवधि औसत (LPA) का 106 प्रतिशत तक बारिश मिल सकती है, यानी सामान्य से लगभग 6 प्रतिशत अधिक।
राजस्थान को मिलेगी अच्छी वर्षा
मौसम विभाग ने खासतौर पर राजस्थान के लिए भी सकारात्मक संकेत दिए हैं। विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार,
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पश्चिमी राजस्थान में इस बार 115 प्रतिशत वर्षा हो सकती है,
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जबकि पूर्वी राजस्थान में वर्षा का अनुमान 110 प्रतिशत लगाया गया है।
इससे राज्य में लंबे समय से गर्मी और पानी की समस्या से जूझ रहे इलाकों को राहत मिल सकती है।
खेती के लिए शुभ संकेत
विभाग के अनुसार मध्य और दक्षिण भारत में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है। यह क्षेत्र देश की खेती के लिए प्रमुख माने जाते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार खरीफ फसलों की बुआई और उत्पादन में वृद्धि देखने को मिल सकती है।
उत्तर-पश्चिम में सामान्य, पूर्वोत्तर में थोड़ी कमी
उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य वर्षा का अनुमान लगाया गया है, लेकिन पूर्वोत्तर राज्यों जैसे असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में सामान्य से कम वर्षा होने की आशंका जताई गई है।
गर्मी से भी मिलेगी राहत
मौसम विभाग के अनुसार, इस बार देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रह सकता है। इसके अलावा हीटवेव के दिनों की संख्या भी सामान्य से कम रहने की उम्मीद है, जिससे आम जनता को गर्मी से राहत मिलेगी।
न्यूनतम तापमान की बात करें तो, मध्य भारत और दक्षिण के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर बाकी इलाकों में यह सामान्य से अधिक रह सकता है।