Edited By Kailash Singh, Updated: 28 Oct, 2024 05:58 PM
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रवासी राजस्थानियों की सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था राजस्थान रत्नाकर द्वारा नई दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस पीतमपुरा मेट्रो स्टेशन, टीवी टावर और दिल्ली हॉट के पास स्थित मैदान में लगाये गये दिल्ली के सबसे...
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रवासी राजस्थानियों की सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था राजस्थान रत्नाकर द्वारा नई दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस पीतमपुरा मेट्रो स्टेशन, टीवी टावर और दिल्ली हॉट के पास स्थित मैदान में लगाये गये दिल्ली के सबसे बड़े दिवाली मंगल मिलन मेला के अंतिम दिन राजस्थान दिवस मनाया गया।इसमें उमड़ी भारी भीड़ के साथ रविवार देर रात मेला सम्पन्न हुआ।
संस्था के सांस्कृतिक प्रभारी पुष्पेन्द्र गोयल के मार्ग दर्शन में जाने माने कलाकार हरवंश और साथी कलाकारों ने मंच पर राजस्थान के लोकगीतों पर घुमर, गौरबंध , भवाई, चकरी , कठपुतली और कालबेलियाँ आदि नृत्य तथा अन्य सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति की गई।साथ ही राजस्थान के ऐतिहासिक प्रसंगों पर नृत्य नाटिकाएँ भी प्रस्तुत की जिसे देख कर दर्शक भाव विभोर हो गये।राजस्थानी वेशभूषा की फ़ैशन प्रस्तुति भी सभी के मन को भायी।इसके साथ ही महिलाओं,युवाओं और बच्चों के लिए कई अन्य आकर्षक और ज्ञानवर्धक क्विज स्पर्धाओं का आयोजन भी किया गया।मेला स्थल को सुंदर रंगौली और आकर्षक साज सज्जा से सजाया गया था।
राजस्थान रत्नाकर के चेयरमैन राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि इस दो दिवसीय वार्षिक दिवाली मिलन मेला में संस्था के स्वर्णिम 50 वर्षों के उपलक्ष्य में इसमें विशेष आकर्षणों को शामिल किया गया। मेले में इस बार अयोद्धा के राम लला की खूबसूरत प्रतिमा दर्शकों के आकर्षण का प्रमुख केन्द्र रही।। इसके साथ ही वृन्दावन के बांके बिहारी जी तथा सालासर हनुमान जी , रानी सती दादी माँ और कलंगी अवतार की सुंदर झाकियां ने भी दर्शकों का मन मोहा।
मेला में चाँदनी चौक दिल्ली के सांसद प्रवीण खण्डेलवाल और राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष एम वैंकटेशन के साथ ही अन्य कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों, दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी एवं आईएएस, आईपीएस तथा अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने भी मेला का अवलोकन किया।संस्था के चेयरमैन राजेन्द्र गुप्ता, पूर्व प्रधानों राम अवतार शाह, अशोक डालमिया एवं पुष्पेन्द्र सराफ और निवर्तमान प्रधान रमेश कानोडिया,संस्थापक सदस्यों ओ पी बागला और रमेश जैना,संस्था के कोषाध्यक्ष प्रवीण जालान पिंकी, संयोजक ललित पोद्दार, अरविन्द गुप्ता, मुकेश गुप्ता और अमित गोयल विभिन्न समितियों के संयोजकों तथा अन्य पदाधिकारियों ने सभी मेहमानों का मंच पर पटका पहना कर और पुष्प गुच्छ तथा स्मृति चिन्ह प्रदान कर अभिनन्दन किया।
संस्था के प्रधान शंकर जयपुरिया ने बताया कि सुन्दर साज सज्जा और रंग बिरंगी रोशनी से सुसज्जित दिल्ली का सबसे बड़ा यह दिवाली मेला इस बार भी धूल गर्दा रहित सबसे स्वच्छ मेला रहा । मेला को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भावना के अनुरूप स्वच्छ और पर्यावरणीय अनुकूल भी बनाया गया। मेला में धुआं पैदा करने वाले आइटम्स और पटाखें आदि वर्जित रखे गये तथा पूरे मैदान को वॉल टू वॉल कार्पेट बिछा कर स्वच्छ और सुन्दर सजावट से सुसज्जित किया गया ।मेले के भव्य प्रवेश द्वार पर फूलों से आकर्षक रंगोली भी बनाई गई। इस भव्य मेला में करीब 250 स्टॉल लगाई गई तथा लोगों ने राजस्थानी और पुरानी दिल्ली के मानसिंह की चाट और स्वादिष्ट व्यंजनों का लुफ्त उठाया ।
संस्था के महामंत्री सुमित गुप्ता ने बताया कि शनिवार एवं रविवार के अवकाश दिवसों के चलते मेला में भीड़ ने पिछलें सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये और मेला देर रात तक अपने चरमोत्कर्ष पर रहा।मेला में उमड़ी भीड़ ने राजस्थान और दिल्ली के हस्तशिल्प तथा अन्य सामान की स्टालों पर खरीददारी की। विशेष कर दिवाली की साज सज्जा और अन्य घरेलु सामान की अच्छी बिक्री हुई।