Edited By Sourabh Dubey, Updated: 10 Dec, 2025 07:39 PM

चूरू सांसद राहुल कस्वां ने मंगलवार को केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नीतिन गडकरी से मुलाकात कर चूरू संसदीय क्षेत्र में लंबित और प्रस्तावित सड़क परियोजनाओं पर विस्तृत चर्चा की। सांसद ने मंत्री के समक्ष क्षेत्र की आवश्यकता और जनहित को ध्यान...
दिल्ली। चूरू सांसद राहुल कस्वां ने मंगलवार को केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नीतिन गडकरी से मुलाकात कर चूरू संसदीय क्षेत्र में लंबित और प्रस्तावित सड़क परियोजनाओं पर विस्तृत चर्चा की। सांसद ने मंत्री के समक्ष क्षेत्र की आवश्यकता और जनहित को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स की त्वरित स्वीकृति की मांग रखी।
चूरू में रिंग रोड निर्माण के लिए डीपीआर जल्द शुरू कराने की मांग
सांसद कस्वां ने कहा कि चूरू जिला मुख्यालय पर रिंग रोड निर्माण कार्य बेहद जरूरी है ताकि बढ़ते ट्रैफिक दबाव से राहत मिल सके। उन्होंने अनुरोध किया कि इस परियोजना के लिए डीपीआर का कार्य शीघ्र शुरू कराया जाए।
साथ ही सादुलपुर रिंग रोड के शेष हिस्से की डीपीआर तैयार हो चुकी है, इसलिए इसकी स्वीकृति जारी कर तुरंत काम शुरू कराया जाना चाहिए।
तारानगर–रावतसर नहरी रोड को CRIF के तहत मंजूरी की मांग
कस्वां ने कहा कि तारानगर से रावतसर तक की नहरी सड़क क्षेत्र की एक अत्यंत महत्वपूर्ण लाइफलाइन है। उन्होंने आग्रह किया कि इस रोड को CRIF (Central Road and Infrastructure Fund) के तहत स्वीकृति प्रदान की जाए और इसका उन्नयन शीघ्र कराया जाए।
सेतु बंधन योजना के तहत चार ओवरब्रिज स्वीकृत करने का अनुरोध
सांसद ने बताया कि संसदीय क्षेत्र में नोहर, गोगामेड़ी, सरदारशहर और सादुलपुर में ओवरब्रिज की भारी आवश्यकता है। इसलिए सेतु बंधन योजना के अंतर्गत इन चारों ओवरब्रिजों को स्वीकृत कर निर्माण कार्य शुरू करवाया जाए।
NH-52 और अन्य परियोजनाओं के लिए भी रखीं प्रमुख मांगें
सांसद कस्वां ने चूरू क्षेत्र की कई महत्वपूर्ण सड़क मांगों को भी मंत्री के सामने रखा:
NH-52 पर सिधमुख रोड से तारानगर रोड तक सर्विस लेन निर्माण
रतनगढ़ फ्लाईओवर के पास सर्विस रोड निर्माण
राजलदेसर शहर में नया फ्लाईओवर निर्माण
सादुलपुर में पिलानी ओवरब्रिज से NH-709E (रड़वा ओवरब्रिज) तक शेष भाग को फोरलेन करने के बाद ही PWD को हैंडओवर
उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं की स्वीकृति से चूरू संसदीय क्षेत्र में सड़क नेटवर्क मजबूत होगा, ट्रैफिक सुगम होगा और क्षेत्र के विकास को नई गति मिलेगी।