Edited By Ishika Jain, Updated: 26 Feb, 2025 05:28 PM
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अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा आलोक ने वितरण तथा प्रसारण निगम के अभियंताओं को निर्देश दिए हैं कि बिजली की मांग एवं आपूर्ति का समुचित प्रबंधन कर गर्मी के सीजन में उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करें।
जयपुर। अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा आलोक ने वितरण तथा प्रसारण निगम के अभियंताओं को निर्देश दिए हैं कि बिजली की मांग एवं आपूर्ति का समुचित प्रबंधन कर गर्मी के सीजन में उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि इसके लिए डिमांड साइड मैनेजमेंट के जरिये पीक ऑवर्स में बिजली की बेहतर आपूर्ति करने की प्रभावी कार्ययोजना तैयार करें।
आलोक मंगलवार को विद्युत भवन से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए डिस्कॉम चेयरमैन आरती डोगरा तथा प्रसारण निगम, अजमेर एवं जोधपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशकों के साथ गर्मी में निर्बाध विद्युत आपूर्ति की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। दो दिन तक उन्होंने तीनों वितरण निगमों एवं प्रसारण निगम के प्रबंध निदेशकों तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बिजली की बेहतर आपूर्ति, मीटरिंग, आरडीएसएस, पीएम कुसुम तथा पीएम सूर्यघर योजना, आदि को लेकर सभी सर्किल अधीक्षण अभियंताओं (ओएंडएम) तथा अधीक्षण अभियंता (ट्रांसमिशन) से तैयारियों तथा प्रगति का फीडबैक लिया।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि जिस प्रकार रबी के सीजन में बेहतर प्रबंधन से बिजली की समुचित आपूर्ति की गई उसी प्रकार आने वाले गर्मी के सीजन में भी प्रत्येक माह गहन मॉनीटरिंग कर उपभोक्ताओं को पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
प्राथमिकता से बदले जाएं डिफेक्टिव मीटर
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने डिस्कॉम्स के अभियंताओं (ओएंडएम) को निर्देश दिए कि उपभोक्ताओं के डिफेक्टिव मीटर प्राथमिकता से बदले जाएं। उन्होंने कहा कि खराब मीटर के कारण औसत उपभोग के आधार बिलिंग की जाती है, जिसका विपरीत प्रभाव राजस्व संग्रहण पर पड़ता है। ऐसे में उपभोक्ताओं के खराब मीटर अविलम्ब बदले जाएं और संबंधित डिस्कॉम प्रबंधन द्वारा सर्किलवार इस कार्य की प्रगति की समीक्षा की जाए।
फीडर लेवल सोलराइजेशन को दें गति
आलोक ने इस दौरान पीएम-कुसुम तथा पीएम-सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना की प्रगति की जानकारी ली और कहा कि निचले स्तर तक इन योजनाओं को प्रभावी क्रियान्विति सुनिश्चित की जाए। मुख्यालय से नियुक्त नोडल अधिकारी इनकी फील्ड में प्रगति की नियमित समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि कुसुम योजना के माध्यम से फीडर लेवल सोलराइजेशन के काम को गति दें। इससे सौर ऊर्जा का उपयोग कर स्थानीय स्तर पर ही बिजली उत्पादन हो सकेगा। साथ ही, स्थानीय फीडर पर ही उसका उपयोग होने से प्रसारण छीजत में कमी आएगी। उपभोक्ताओं को भी बिना किसी व्यवधान के बिजली मिल सकेगी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा ने आरडीएसएस योजना के तहत नए 33 केवी ग्रिड सब स्टेशनों, फीडर पृथक्कीकरण आदि के कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे गर्मियों में बिना किसी ट्रिपिंग के आपूर्ति में मदद मिलेगी।
समयबद्ध रूप से स्थापित हों जीएसएस
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने प्रसारण निगम के प्रबंध निदेशक नथमल डिडेल को निर्देश दिए कि ग्रिड सब स्टेशनों के कार्यों को समयबद्ध रूप से पूरा किया जाए। जहां-जहां भी विद्युत प्रसारण तंत्र में सुधार की आवश्यकता है, वहां बेहतर आपूर्ति के लिए अधिक क्षमता के ट्रांसफार्मर स्थापित किए जाएं तथा लाइन मैटेरियल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
डिस्कॉम्स चेयरमैन आरती डोगरा, प्रसारण निगम के प्रबंध निदेशक नथमल डिडेल, जोधपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक डॉ. भंवरलाल तथा अजमेर डिस्कॉम के एमडी केपी वर्मा ने उन्हें गर्मी में बिजली आपूर्ति के समुचित प्रबंधन के बारे में अवगत कराया।