Edited By Chandra Prakash, Updated: 28 Jul, 2025 05:37 PM

लगातार हो रही बारिश के कारण अब जर्जर भवनों के गिरने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में बारां में दो दिनों से लगातार बारिश के रहते सोमवार को हल्की धूप खिलते ही बारां- कोटा रोड स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के पुराने रियासतकालीन भवन का एक हिस्सा...
बारां, 28 जुलाई 2025। लगातार हो रही बारिश के कारण अब जर्जर भवनों के गिरने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में बारां में दो दिनों से लगातार बारिश के रहते सोमवार को हल्की धूप खिलते ही बारां- कोटा रोड स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के पुराने रियासतकालीन भवन का एक हिस्सा भरभराकर ढह गया।
संतोषजनक बात तो यह थी कि सोमवार सुबह स्कूल स्टाफ के पहुंचने पर इस मामले का पता चला। सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर, शिक्षा विभाग के अधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार तथा अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने हिस्से के गिरे स्थल का निरीक्षण किया। कलक्टर ने स्कूल प्रबंधकों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
सूत्रो के अनुसार भवन का जो हिस्सा गिरा है वहा पहले फिजिक्स लैब संचालित होती थी। कुछ समय पहले इस कमरे की मरम्मत भी करवाई गई थी। स्कूल प्रबंधन के अधिकारियों का कहना है कि जो हिस्सा गिरा है, उसे पिछले सत्र से ही जर्जर मान लिया था, इसलिए वहां बच्चों का आना-जाना नहीं था। अन्यथा कोई हादसा हो जाता।
यह भी बताया जा रहा है कि इस विद्यालय भवन के स्थाई मरम्मत और नवनिर्माण के प्रस्ताव पहले ही सरकारो को भेजे हुए थे, लेकिन कोई बजट आवंटित नहीं हुआ। समय-समय पर निर्माण विभाग द्वारा मरम्मत, मेंटीनेंस का काम ही होता था।
उल्लेखनीय है कि इस राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल का भवन का हेरिटेज लुक है। यह इमारत हमेशा आकर्षण का केंद्र रहती है। जिले का यह सबसे प्राचीन और प्रतिष्ठित विद्यालय रहा है। भवन में मध्य निर्मित हॉल वास्तु का बेजोड़ नमूना है। जो अब जीर्ण शीर्ण है। कभी इसमें हजारों विद्यार्थियों का नामांकन रहा है।