Edited By Chandra Prakash, Updated: 22 Aug, 2025 08:12 PM

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा, कि खरीफ 2025 के लिए प्रदेश के सभी जिलों में उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता रखी जाए ताकि किसानों को बिना किसी परेशानी के सुविधापूर्वक एवं समय पर उर्वरक की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक...
जयपुर, 22 अगस्त 2025। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा, कि खरीफ 2025 के लिए प्रदेश के सभी जिलों में उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता रखी जाए ताकि किसानों को बिना किसी परेशानी के सुविधापूर्वक एवं समय पर उर्वरक की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक जिलें में किसानों को उर्वरक की उपलब्धता की नियमित जानकारी दी जाए।
CM शर्मा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में खरीफ 2025 में उर्वरक के आवंटन, आपूर्ति एवं वर्तमान उपलब्धता की स्थिति की जिलेवार समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में इस बार अच्छी बारिश हुई है जो कि अच्छी पैदावार के संकेत हैं। राज्य सरकार किसानों की खुशहाली एवं समृद्धि के लिए उन्हें उच्च गुणवत्तायुक्त खाद, बीज एवं उर्वरक उपलब्ध करवा रही है।
किसानों एवं ग्रामीणों को करें जागरूक, ग्राम सभा का हो आयोजन
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को संतुलित उर्वरक के उपयोग के लिए जागरूक किया जाए एवं वर्मी कम्पोस्ट, ऑर्गेनिक खाद के उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया जाए। इसके लिए सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से प्रचार-प्रसार किया जाए तथा सेमिनार आदि आयोजित किए जाएं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम सभा के माध्यम से किसानों को जागरूक करने के लिए अभियान संचालित किया जाए।
अंतरराज्यीय सीमावर्ती जिलों में चैक पोस्ट हो स्थापित, उर्वरक परिगमन पर लगे अंकुश
शर्मा ने कहा कि प्रदेश में अधिक से अधिक ग्राम सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से उर्वरक क्रय एवं वितरण किया जाए। वहीं प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में राज्य से उर्वरक अन्य राज्यों में परिगमन को रोकने के लिये पर्याप्त संख्या में चैक पोस्ट स्थापित किए जाए। साथ ही, उन्होंने अनुदानित यूरिया के गैर कृषि कार्यों तथा अन्य औद्योगिक गतिविधियों में उपयोग के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि कृषि विभाग ने वर्ष 2025-26 में अवैध उर्वरक, अवैध भण्डारण एवं अमानक नमूनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए 109 औचक निरीक्षण, 71 सीजर एवं 56 एफआईआर दर्ज की गई है तथा सीजर के दौरान 397 नमूने लिए गए हैं। इसी तरह, गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष अधिक उर्वरक विक्रय करने वाले विक्रेताओं का निरीक्षण किया गया तथा नियमों का उल्लंघन करने वाले विक्रेताओं के विक्रय पर रोक, लाइसेंस निलम्बन एवं लाइसेंस निरस्तीकरण की उल्लेखनीय कार्यवाही भी की गई है।
बैठक में कृषि एवं उद्यानिकी मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा सहित कृषि, सहकारिता एवं संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।