Edited By Chandra Prakash, Updated: 14 Apr, 2025 09:26 AM

राजस्थान में करौली के कलेक्टर नीलाभ सक्सेना उस समय विवादों में आ गए, जब वे कश्मीर से एक आधिकारिक ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए। इस पर राज्य के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने मीटिंग के दौरान ही उन्हें फटकार लगा दी। सूत्रों के मुताबिक, करौली कलेक्टर ने "होम...
जयपुर, 14 अप्रैल 2025 । राजस्थान में करौली के कलेक्टर नीलाभ सक्सेना उस समय विवादों में आ गए, जब वे कश्मीर से एक आधिकारिक ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए। इस पर राज्य के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने मीटिंग के दौरान ही उन्हें फटकार लगा दी। सूत्रों के मुताबिक, करौली कलेक्टर ने "होम टाउन जाने" के नाम पर छुट्टी ली थी, लेकिन जब मुख्य सचिव की ओर से करौली और सवाई माधोपुर जिलों के कलेक्टरों के साथ बैठक बुलाई गई, तो नीलाभ सक्सेना जम्मू-कश्मीर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए मीटिंग में जुड़े।
मुख्य सचिव ने उठाए गंभीर सवाल
मीटिंग के दौरान जब मुख्य सचिव पंत को कलेक्टर की लोकेशन का पता चला, तो उन्होंने सख्त लहजे में कहा: "आपने जरूरी काम से होम टाउन जाने के लिए अवकाश लिया था। अगर आपने बताया होता कि आप कश्मीर जा रहे हैं, तो छुट्टी रद्द की जा सकती थी। जिले में गर्मी, बिजली और पानी की समस्या है और आप छुट्टियों में व्यस्त हैं ? यह गैर-जिम्मेदाराना रवैया आपकी प्रशासनिक संवेदनशीलता पर सवाल खड़ा करता है।"
जिले में जनता परेशान, अफसर छुट्टी पर
गौरतलब है कि करौली जिले में इस समय भीषण गर्मी, पानी की कमी और बिजली की कटौती जैसी समस्याओं से आम लोग जूझ रहे हैं। ऐसे हालात में जिले के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी का छुट्टी पर जाना और वो भी कश्मीर जैसे पर्यटन स्थल पर, मुख्य सचिव को बेहद आपत्तिजनक लगा। अब इस पूरे प्रकरण को लेकर माना जा रहा है कि मुख्य सचिव स्तर पर कार्रवाई की जा सकती है।
प्रशासनिक जवाबदेही पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर प्रशासनिक अधिकारियों की जवाबदेही और उनके अवकाश व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर आमजन ज़रूरतमंद है, वहीं दूसरी ओर ज़िम्मेदार अधिकारी राहत कार्यों की बजाय छुट्टियों का आनंद लेते दिखे — यह जनता के बीच भी असंतोष का विषय बन गया है।