Edited By Raunak Pareek, Updated: 30 May, 2025 08:52 PM

मुख्य सचिव सुधांश पंत ने शनिवार को होने वाली मॉक ड्रिल "ऑपरेशन शील्ड" को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की। सायरन प्रणाली दुरुस्त करने, संचार माध्यमों को मजबूत बनाने और नागरिक सुरक्षा प्रोटोकॉल के पालन पर विशेष जोर दिया गया।
राजस्थान सरकार की ओर से नागरिक सुरक्षा व्यवस्था की मजबूती को लेकर 1 जून शनिवार को आयोजित होने वाले मॉक ड्रिल "ऑपरेशन शील्ड" की तैयारियों की शुक्रवार को शासन सचिवालय में समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत ने की। बैठक में गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुरूप मॉक ड्रिल की बारीकियों पर विस्तार से चर्चा की गई।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी संचार माध्यमों और सायरन सिस्टम को पूरी तरह से क्रियाशील रखा जाए। उन्होंने कहा कि अधिकारी पूर्व में आयोजित मॉक ड्रिल से मिले अनुभवों के आधार पर एक्शन रिस्पॉन्स टाइम को न्यूनतम करने की दिशा में काम करें। उन्होंने सभी सिविल डिफेंस कंट्रोलरों को स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार ब्लैकआउट और ड्रिल का समय निर्धारित करने के निर्देश दिए, साथ ही यह भी कहा कि ब्लैकआउट की समय और स्थान संबंधी जानकारी गोपनीय रखी जाए ताकि वास्तविक परिस्थितियों जैसा माहौल तैयार किया जा सके।
मुख्य सचिव ने आपदा प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा से जुड़े सभी विभागों से तालमेल बनाए रखने, गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस का पालन सुनिश्चित करने और मॉक ड्रिल के दौरान सक्रिय भागीदारी निभाने के निर्देश दिए।
बैठक में नागरिक सुरक्षा निदेशालय के निदेशक जगजीत सिंह मोंगा ने मॉक ड्रिल के दौरान एयरफोर्स, चिकित्सा, पुलिस, स्थानीय निकाय, ऊर्जा विभाग और जिला प्रशासन की भूमिकाओं की जानकारी दी। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह आनंद कुमार, पुलिस महानिदेशक यू.आर. साहू, इंटेलिजेंस डीजी संजय अग्रवाल, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर विशाल बंसल, आरएसटीवी के एमडी नथमल डिडेल सहित सेना, एयरफोर्स और अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संभागीय आयुक्त, आईजी, कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक भी इस समीक्षा बैठक में जुड़े और अपनी तैयारियों की जानकारी दी।