Edited By Raunak Pareek, Updated: 25 Jul, 2025 04:43 PM

झालावाड़ स्कूल हादसे के बाद राजस्थान सरकार एक्शन मोड में है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आज सभी जिला कलेक्टरों और अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। स्कूल और आंगनबाड़ी भवनों का इन्फ्रास्ट्रक्चर ऑडिट कराने की तैयारी।
झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव में सरकारी स्कूल की छत गिरने से हुए दर्दनाक हादसे के बाद राजस्थान सरकार हरकत में आ गई है। हादसे में 7 बच्चों की मौत और 27 घायल होने के बाद अब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा खुद मोर्चा संभालने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने दोपहर 3:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक हाई-लेवल समीक्षा बैठक ली। जिसमें पूरे प्रदेश के जिला कलेक्टर, संभागीय आयुक्त, शिक्षा विभाग, आंगनबाड़ी और PWD विभाग के अधिकारी शामिल हुए। बैठक का उद्देश्य प्रदेशभर में सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों की जर्जर इमारतों की स्थिति की समीक्षा और जवाबदेही तय करना है।
CM ने लिए जवाब तय की जिम्मेदारी
सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जमीनी स्तर पर हुई लापरवाही को लेकर सख्त कार्रवाई कर सकते हैं। बैठक में मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS), और आपदा प्रबंधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहें।
राज्य में सरकारी इमारतों का होगा इन्फ्रास्ट्रक्चर ऑडिट
सरकार अब पूरे प्रदेश में सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी भवनों का इन्फ्रास्ट्रक्चर ऑडिट कराने की योजना बना रही है। शिक्षा विभाग पहले ही जिलों से जर्जर भवनों की रिपोर्ट मांग चुका है, लेकिन अब तक कार्रवाई न होने पर कई अफसरों से जवाबदेही तय की जा सकती है।
छात्रा का आरोप: सर पोहा खा रहे थे, हमें डांटकर अंदर भेजा
हादसे की पीड़ित एक छात्रा ने बताया कि कक्षा की छत से पत्थर और कंकड़ गिरने लगे थे। जब वे शिक्षक को बताने गईं तो वह बाहर नाश्ता (पोहा) खा रहे थे। छात्रा के मुताबिक शिक्षक ने उन्हें डांटकर वापस भेज दिया, और दो मिनट बाद ही छत गिर गई। सरकार की यह सक्रियता ज़रूरी भी है और देरी से आई चेतावनी भी, क्योंकि यदि पहले चेतावनी को गंभीरता से लिया जाता — तो शायद ये हादसा टल सकता था।