Edited By Chandra Prakash, Updated: 16 Aug, 2024 01:57 PM
उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कांग्रेस के पिछले 5 साल कार्यकाल के दौरान किसी भी तरह का कोई कामकाज नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा, कि कांग्रेस सरकार यदि राजस्थान में ड्रेनेज सिस्टम पर काम करती तो भारी बरसात के कारण राजस्थान की यह हालत नहीं होती।
दौसा, 16 अगस्त 2024 । राजनीति के रंग शायद एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के बिना अधूरे रह जाते हैं । इसीलिए तो नेता लोग मीडिया की सुर्खियां बने रहते हैं । अब बीते कल का दौसा का वाकया देख लीजिए, जहां राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कांग्रेस के पिछले 5 साल कार्यकाल के दौरान किसी भी तरह का कोई कामकाज नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा, कि कांग्रेस सरकार यदि राजस्थान में ड्रेनेज सिस्टम पर काम करती तो भारी बरसात के कारण राजस्थान की यह हालत नहीं होती।
उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने पिछली सरकार पर हमला बोलते हुए गहलोत को लिया आड़े हाथ
वहीं उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने ना तो लोगों को रोजगार दिया और ना ही ड्रेनेज सिस्टम पर काम किया । यही कारण है कि राजस्थान में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए । वहीं डिप्टी सीएम ने तो यहां तक भी कहा कि पिछले दिनों जब मैं जोधपुर में थी, तो मैंने वहां के हालात भी ठीक नहीं देखे, जबकि वह तो पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह क्षेत्र है।
दौसा सांसद मुरारी लाल ने डिप्टी सीएम के बयान पर किया पलटवार, कहा, जो कमियां रह गई है अब इन्हें बीजेपी पूरा करें
उधर, उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी की ओर से कांग्रेस पर बोले हमले पर जवाब देते हुए दौसा सांसद मुरारी लाल ने कहा कि बीजेपी को किसी को आरोपित करने के बजाए यह सोचना चाहिए कि हमें करना क्या है ? और यह सब को पता है कि किसने क्या किया है ?, एक सवाल के जवाब में बोलते हुए सांसद मुरारी लाल ने कहा कि जैसा हम सबको पता है कि जिन लोगों ने आजादी के समय एक उंगली तक नहीं कटाई वह लोग आज देशभक्त बने बैठे हैं । जिन्होंने कभी तिरंगे का सम्मान नहीं किया, वह आज तिरंगा फहरा रहे हैं । वहीं जिन लोगों ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के संविधान को 30 साल तक नहीं माना, वो आज संविधान के भक्त बन रहे हैं । इसलिए जनता सब जानती है कि कौन किस बहाने से काम कर रहा है ? हाल ही में लोकसभा चुनाव के दौरान जनता ने उन लोगों को जवाब दिया है और आने वाले समय में देश की जनता उन्हें 5-6 साल में जवाब दे देगी ।
हालांकि, राजस्थान में कुछ ही दिनों के भीतर विधानसभा के उपचुनाव होने हैं । हो सकता है इसी के चलते आरोप प्रत्यारोपों का सिलसिला काफी आगे निकल जाए । लेकिन इन सब के बीच में जनता को सुविधा मिले वह सारे काम लगातार होते रहने चाहिए । रही बात आने वाले समय में उपचुनाव की, तो यह सब जनता को तय करना है, कि किसे विधानसभा भेजना है और किसे नहीं ?