Edited By Raunak Pareek, Updated: 01 Aug, 2025 05:32 PM

राजस्थान के चूरू जिले से दो साल पहले लापता हुई नाबालिग लड़की को पुलिस ने गुजरात से सकुशल रेस्क्यू किया। SP जय यादव के नेतृत्व और AHTU की टीम की मेहनत से लड़की को ढूंढ निकाला गया। पढ़िए पूरा ऑपरेशन कैसे हुआ सफल।
दो साल से अधिक समय से लापता एक नाबालिग लड़की को चूरू पुलिस ने गुजरात से सकुशल बरामद कर लिया है। यह ऑपरेशन राजस्थान पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। इस केस में सूचना देने वाले को ₹2000 का इनाम भी घोषित किया गया था।
पुलिस अधीक्षक जय यादव के अनुसार, लगभग 2 साल और 3 महीने पहले चूरू जिले के राजगढ़ थाना क्षेत्र से एक नाबालिग लड़की का अपहरण हुआ था। काफी समय तक कोई सुराग न मिलने पर परिजनों ने एसपी कार्यालय में शिकायत दी। मामला गंभीर होने के कारण राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर में हैबियस कॉर्पस याचिका (संख्या 170/2025) दायर की गई।
एसपी यादव ने खुद मामले की निगरानी की और जांच की जिम्मेदारी मानव तस्करी विरोधी यूनिट (AHTU) की प्रभारी उप-निरीक्षक अल्का बिश्नोई को सौंपी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. कृष्णा सामरिया के सुपरविजन में AHTU टीम ने लगभग तीन महीने तक कई जिलों और राज्यों में गहन जांच की।
टीम ने चूरू, सीकर, झुंझुनू, जयपुर से लेकर दिल्ली, हरियाणा और गुजरात तक सघन सर्च ऑपरेशन चलाया। सोशल मीडिया की निगरानी, संदिग्ध बैंक अकाउंट्स और गैस कनेक्शन की जांच, घर-घर जाकर सर्वे जैसे मॉडर्न टेक्निक्स का इस्तेमाल किया गया।
आख़िरकार, 30 जुलाई को पुलिस टीम ने गुजरात से लड़की को सकुशल ढूंढ निकाला। ऑपरेशन में अल्का बिश्नोई के साथ कांस्टेबल सिलोचना, रंजना, अशोक कुमार और साइबर सेल के हेड कांस्टेबल धर्मवीर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस सराहनीय कार्य के लिए पूरी टीम को प्रशंसा मिल रही है और यह केस राजस्थान पुलिस की प्रोएक्टिव कार्रवाई का उदाहरण बन गया है।