Edited By Chandra Prakash, Updated: 03 Aug, 2025 07:01 PM

स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले बीकानेर में सेना की इंटेलिजेंस यूनिट और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक बड़ा नशा तस्करी रैकेट सामने आया है। इस कार्रवाई के दौरान बीकानेर के शोभासर सर्कल से 452 ग्राम अफीम के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया गया है।...
बीकानेर, 3 अगस्त 2025 । स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले बीकानेर में सेना की इंटेलिजेंस यूनिट और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक बड़ा नशा तस्करी रैकेट सामने आया है। इस कार्रवाई के दौरान बीकानेर के शोभासर सर्कल से 452 ग्राम अफीम के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। यह इलाका न केवल व्यावसायिक रूप से व्यस्त है, बल्कि भारतीय सेना और वायुसेना के महत्वपूर्ण ठिकानों के बेहद करीब भी है।
गिरफ्तार युवक की पहचान सुनील उपाध्याय (22 वर्ष) पुत्र सत्यनारायण उपाध्याय निवासी मेघासर के रूप में हुई है। यह युवक पिछले 4–5 वर्षों से शोभासर चौराहे पर ब्राह्मण होटल नामक ढाबा चला रहा था, जो नशे के तस्करी का अड्डा बन चुका था।
सेना की सटीक सूचना, पुलिस की तेज कार्रवाई
सेना की इंटेलिजेंस टीम को 2 अगस्त की रात यह इनपुट मिला कि शोभासर क्षेत्र में कुछ संदिग्ध व्यक्ति अफीम की बड़ी खेप लेकर पहुंचने वाले हैं। यह सूचना तत्काल डीएसटी के एएसआई रामकरण सिंह और बीछवाल थाना प्रभारी एसआई कमलजीत कौर के साथ साझा की गई। दोनों टीमों ने मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की और सुनील को मौके से गिरफ्तार कर लिया।
उसके पास से 452 ग्राम अफीम बरामद की गई जो वाणिज्यिक मात्रा में आती है और इसकी बाजार कीमत लाखों में आंकी जा रही है। प्रारंभिक पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि सुनील एक व्यापक नेटवर्क का हिस्सा है, जो बीकानेर, नागौर, हनुमानगढ़ जैसे जिलों के हाइवे किनारे ढाबों और स्पा सेंटरों के जरिए नशा फैला रहा है।
15 अगस्त से पहले पूरे जिले में अलर्ट
सेना की ओर से 15 अगस्त को लेकर जारी सुरक्षा दिशा-निर्देशों के तहत बीकानेर जिले के सभी सैन्य प्रतिष्ठानों के आसपास सघन निगरानी और खुफिया गतिविधियां तेज कर दी गई हैं। ढाबों, होटलों, चाय की दुकानों और स्पा सेंटर्स की गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है।
शोभासर क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए यह गिरफ्तारी राष्ट्रीय सुरक्षा के नजरिए से बेहद अहम मानी जा रही है। यह क्षेत्र वायुसेना की रडार इकाइयों, सैन्य लॉजिस्टिक बेस और अन्य अहम इकाइयों के बेहद नजदीक है।
क्या मादक पदार्थों के जरिए हो रही है भारत में अस्थिरता की साजिश?
इस मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या मादक पदार्थों का नेटवर्क केवल आर्थिक नहीं, बल्कि राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों से भी जुड़ा हुआ है? सेना और पुलिस अब इस बात की तह में जा रही है कि कहीं इस नेटवर्क का संबंध सीमा पार से तो नहीं है, जहां से पंजाब और राजस्थान के रास्ते अफीम भारत में धकेली जा रही है।
फिलहाल आरोपी से सघन पूछताछ जारी है और जल्द ही उसके गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी भी हो सकती है। एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और यदि कोई सैन्य जानकारी लीक होने का अंदेशा पाया गया, तो राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम की धाराएं भी लगाई जा सकती हैं।
इस कार्रवाई ने साफ संदेश दे दिया है कि बीकानेर अब तस्करों के लिए सुरक्षित ज़ोन नहीं रहा। सेना और पुलिस की संयुक्त रणनीति के तहत हर संदिग्ध गतिविधि का तत्काल जवाब दिया जाएगा।