Edited By Chandra Prakash, Updated: 18 Nov, 2024 05:26 PM
भारत-पाक सीमा पर बसे जैसलमेर जिले का बिजली समस्या से चोली दामन का साथ है। इन दिनों बिजली की समस्या को रोजाना ग्रामीण जिला मुख्यालय पर आकर अपनी फरियाद उच्चाधिकारियों के सामने रख रहे है, लेकिन नतीजा वहीं ढाक के तीन पात। ये समस्या आज की नहीं बल्कि...
जैसलमेर, 18 नवंबर 2024 । भारत-पाक सीमा पर बसे जैसलमेर जिले का बिजली समस्या से चोली दामन का साथ है। इन दिनों बिजली की समस्या को रोजाना ग्रामीण जिला मुख्यालय पर आकर अपनी फरियाद उच्चाधिकारियों के सामने रख रहे है, लेकिन नतीजा वहीं ढाक के तीन पात। ये समस्या आज की नहीं बल्कि दशकों पुरानी है, लेकिन समाधान की बजाय समस्याओं में बढ़ोतरी हो रही है।
आज कुछड़ी, पूनम नगर व खुईयाला के ग्रामीणों के सब्र का बांध टूट गया। सैंकड़ों ग्रामीणों ने अधीक्षण अभियंता के कार्यालय पहुंचकर कार्यालय का घेराव कर अपना विरोध दर्ज करवाया। इस पर अधीक्षण अभियंता उम्मेदाराम गोदारा ने उन्हें जल्द समाधान का आश्वासन दिया।
इस दौरान पंजाब केसरी से खास बातचीत करते हुए किसानों ने कहा कि रबी की सीजन की बुवाई पूरी हो गई है। हमने महंगे दामों में जीरे का बीज खरीदा था, लेकिन पानी नहीं मिलने के कारण बीज जमीन के अंदर ही जल गया। दिनभर या तो बिजली आती ही नहीं और अगर आती है, तो हर पांच मिनट में ट्रिप ले लेती है, जिससे हमारे कृषि उपकरणों के अलावा घरेलू इलेक्ट्रिक आइटम भी जल रहे है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दो दिन में बिजली की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम सभी किसान अपना ट्रांसफार्मर खोल कर विद्युत विभाग के कार्यालय में रखकर आत्मदाह कर लेंगे।