Edited By Rahul yadav, Updated: 02 Dec, 2024 02:44 PM
दौसा में हुए विधानसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद भाजपा की संगठनात्मक बैठक से पहले माहौल गर्म हो गया। बैठक के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. प्रभुदयाल शर्मा और सोशल मीडिया सेल के जिला संयोजक रितेश पारीक के बीच तीखी बहस और गाली-गलौज हो गई। यह अप्रत्याशित...
दौसा: भाजपा की संगठनात्मक बैठक से पहले पदाधिकारियों में तकरार, गाली-गलौज से हंगामा
दौसा में हुए विधानसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद भाजपा की संगठनात्मक बैठक से पहले माहौल गर्म हो गया। बैठक के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. प्रभुदयाल शर्मा और सोशल मीडिया सेल के जिला संयोजक रितेश पारीक के बीच तीखी बहस और गाली-गलौज हो गई। यह अप्रत्याशित घटनाक्रम देखकर वहां मौजूद अन्य पदाधिकारी स्तब्ध रह गए और बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया।
बैठक की पृष्ठभूमि
संगठन चुनाव के सिलसिले में दौसा के सोमनाथ क्षेत्र स्थित एक होटल में भाजपा की जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई थी। इसमें शिक्षा और पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर, जिला चुनाव अधिकारी राजेन्द्र पराणा, संगठन प्रभारी संजय नरूका, चुनाव सह प्रभारी सत्यनारायण सहारा, टीकम सिंह गुर्जर, और जिलाध्यक्ष डॉ. प्रभुदयाल शर्मा जैसे वरिष्ठ नेता शामिल होने वाले थे। शाम करीब 5 बजे से पार्टी पदाधिकारी होटल में जुटने लगे थे।
विवाद की शुरुआत
जिलाध्यक्ष प्रभुदयाल शर्मा के होटल पहुंचते ही सोशल मीडिया संयोजक रितेश पारीक ने उनसे बहस शुरू कर दी। पारीक ने जिलाध्यक्ष पर विधानसभा उपचुनाव के दौरान पार्टी के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया। यह बहस जल्द ही गाली-गलौज और तीखी नोकझोंक में बदल गई। पारीक ने जिलाध्यक्ष पर अभद्र टिप्पणियां कीं, जिसके जवाब में जिलाध्यक्ष ने भी चेतावनी देते हुए आक्रामक रुख अपना लिया।
दोनों के बीच बढ़ते विवाद से बैठक में उपस्थित पार्टी पदाधिकारियों के बीच अफरा-तफरी मच गई। संगठन प्रभारी संजय नरूका और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराया।
बैठक की कार्यवाही
हंगामा शांत होने के बाद बैठक की शुरुआत शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने की। उन्होंने संगठन चुनाव में पारदर्शिता और प्राथमिक सदस्यों को चुनाव से पहले सूचना देने पर जोर दिया। उन्होंने एसटी-एससी और महिलाओं को विशेष प्रतिनिधित्व देते हुए 10% महिला कार्यकर्ताओं को बूथ अध्यक्ष बनाने की बात कही। इसके साथ ही सभी सदस्यों से शांतिपूर्ण और समन्वित चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने की अपील की।
बैठक में शामिल प्रमुख नेता
बैठक में लोकसभा प्रत्याशी रहे कन्हैयालाल मीणा, सिकराय विधायक विक्रम बंशीवाल, बांदीकुई विधायक भागचंद टांकडा, प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज, पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. रतन तिवाड़ी, घनश्याम बालाहेड़ी, अमरसिंह कसाना, टीकम सिंह गुर्जर, सत्यनारायण सहारा, और अभयशंकर शर्मा सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे।
हालांकि बैठक की कार्यवाही बाद में सुचारू रूप से संपन्न हुई, लेकिन इस विवाद ने संगठन के भीतर आपसी मतभेद को उजागर कर दिया।