Edited By Liza Chandel, Updated: 04 Jan, 2025 01:54 PM
टोंक जिले के देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में 13 नवंबर को उपचुनाव के दौरान समरावता गांव में मतदान केंद्र पर फर्जी मतदान का विवाद हुआ। इस दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एरिया मजिस्ट्रेट अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद स्थिति...
समरावता हिंसा के आरोपियों को हाईकोर्ट से राहत, 39 को मिली जमानत
राजस्थान हाईकोर्ट ने समरावता हिंसा मामले में 39 आरोपियों को जमानत दे दी है। ये सभी आरोपी जल्द ही जेल से बाहर आ जाएंगे। हालांकि, कांग्रेस के बागी नेता और निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को फिलहाल जेल में ही रहना होगा।
क्या है मामला?
टोंक जिले के देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में 13 नवंबर को उपचुनाव के दौरान समरावता गांव में मतदान केंद्र पर फर्जी मतदान का विवाद हुआ। इस दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एरिया मजिस्ट्रेट अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई और नरेश मीणा की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई।
ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव किया, वाहनों को आग के हवाले कर दिया, जिससे हालात और बिगड़ गए। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए हिंसा और आगजनी के आरोप में नरेश मीणा समेत 62 लोगों को गिरफ्तार किया था।
39 आरोपियों को जमानत, लेकिन नरेश मीणा जेल में
गिरफ्तार किए गए 62 आरोपियों में से 39 लोगों की जमानत याचिका शुक्रवार को राजस्थान हाईकोर्ट ने स्वीकार कर ली। न्यायाधीश प्रवीण भटनागर ने अधिवक्ताओं नासिर अली, मुकेश मीणा, और राजेंद्र सिंह तंवर की दलीलों से सहमत होते हुए फैसला सुनाया। वकीलों ने कहा कि 39 आरोपियों में किसी भी व्यक्ति विशेष पर प्रत्यक्ष आरोप नहीं है।
हालांकि, मुख्य आरोपी नरेश मीणा और अन्य कुछ लोग अभी भी जेल में रहेंगे।
घटना की पृष्ठभूमि
उपचुनाव के दौरान ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर मतदान का बहिष्कार किया था। इसी दौरान फर्जी मतदान के आरोपों के बीच थप्पड़ कांड हुआ, जिसने विवाद को तूल दे दिया। ग्रामीणों ने मतदान केंद्र से कुछ दूरी पर धरना दिया, लेकिन दोपहर बाद मतदान के लिए राजी हो गए।
मतदान के बाद रात को हिंसा भड़क उठी। गांव में कई चौपहिया और दोपहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। भारी पुलिस बल ने स्थिति को नियंत्रित करते हुए नरेश मीणा को गिरफ्तार किया।
आगे की प्रक्रिया
निचली अदालत से जमानत अर्जी खारिज होने के बाद मामला राजस्थान हाईकोर्ट पहुंचा था। अब हाईकोर्ट के आदेश के बाद 39 आरोपियों को रिहा किया जाएगा। लेकिन, मुख्य आरोपी नरेश मीणा के खिलाफ मामले में कानूनी प्रक्रिया जारी रहेगी।
इस घटना के बाद से नरेश मीणा की गिरफ्तारी को लेकर कई जगह विरोध प्रदर्शन हुए थे, जो अब तक चर्चा में है।