Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 05 Oct, 2025 08:03 PM

पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि मोटापा आज दुनिया भर में महामारी का रूप ले चुका है और इससे निपटना सिर्फ राजनेताओं या डॉक्टरों की जिम्मेदारी नहीं
जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि मोटापा आज दुनिया भर में महामारी का रूप ले चुका है और इससे निपटना सिर्फ राजनेताओं या डॉक्टरों की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। वसुंधरा राजे जयपुर स्थित होटल आईटीसी राजपूताना में डॉ. अंबरीश मित्तल की पुस्तक ‘द वेट लॉस रिवोल्यूशन’ के विमोचन समारोह को संबोधित कर रही थीं।
वसुंधरा राजे ने कहा, “कई लोग बाहर से पतले दिखते हैं लेकिन उनके शरीर में अंदरूनी चर्बी होती है, जो सबसे ज्यादा खतरनाक है। मैं अपना वजन हरगिज़ नहीं बढ़ने देती। इसके लिए नियमित व्यायाम, कीटो, एटकिंस, डैश, इंटरमिटेंट फास्टिंग और जूस क्लेंज़ जैसी विधियां अपनाती हूँ।”
उन्होंने चिंता जताई कि दुनिया में 1 अरब से अधिक लोग मोटापे से पीड़ित हैं और 1975 के बाद यह आंकड़ा तीन गुना बढ़ चुका है। भारत में 40% वयस्क मोटापे के शिकार हैं। शोध बताते हैं कि 80% लोग वजन घटाने के बाद लापरवाही से फिर मोटापे का शिकार हो जाते हैं।
वसुंधरा राजे ने कहा कि वजन घटाना मंज़िल नहीं, बल्कि स्वस्थ और ऊर्जावान जीवन की शुरुआत है। उन्होंने बताया कि भारत में लगभग 15% बच्चे अधिक वजन वाले हैं। इसलिए स्कूलों में बच्चों को खान-पान की शिक्षा देना बेहद जरूरी है, जैसा जापान में होता है। उन्होंने यह भी कहा कि मोटापा कैंसर समेत कई गंभीर बीमारियों का जनक है और इसके खिलाफ जागरूकता समाज के हर वर्ग में फैलानी होगी।