Edited By Liza Chandel, Updated: 27 Feb, 2025 07:01 PM
राजस्थान की राजधानी जयपुर के करधनी इलाके में गुरुवार सुबह अचानक अंडरग्राउंड सीएनजी गैस पाइपलाइन लीक हो गई, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। यह घटना उस समय हुई जब सड़क किनारे खुदाई का कार्य चल रहा था। गैस पाइपलाइन डैमेज होने के कारण आसपास के...
जयपुर के करधनी में अंडरग्राउंड सीएनजी पाइपलाइन लीक, मचा हड़कंप
राजस्थान की राजधानी जयपुर के करधनी इलाके में गुरुवार सुबह अचानक अंडरग्राउंड सीएनजी गैस पाइपलाइन लीक हो गई, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। यह घटना उस समय हुई जब सड़क किनारे खुदाई का कार्य चल रहा था। गैस पाइपलाइन डैमेज होने के कारण आसपास के दुकानदार और स्थानीय लोग घबरा गए।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और आसपास की 9 दुकानों को खाली करवा दिया। सुरक्षा के मद्देनजर सड़क को बैरिकेड लगाकर सील कर दिया गया और वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। मौके पर दमकल की गाड़ियां, एंबुलेंस और सिविल डिफेंस टीम को भी बुलाया गया, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
कैसे हुआ गैस पाइपलाइन लीकेज?
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, यह गैस लीकेज सड़क किनारे जेसीबी मशीन से खुदाई के दौरान हुआ। सड़क मरम्मत के कार्य के दौरान अंडरग्राउंड सीएनजी पाइपलाइन गलती से डैमेज हो गई, जिससे गैस का रिसाव शुरू हो गया। रिसाव होते ही मौके पर काम कर रहे कर्मचारी घबरा गए और शोर मचाने लगे।
कुछ ही देर में पूरे इलाके में गैस की तेज गंध फैल गई, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। लोगों ने आनन-फानन में घरों और दुकानों के दरवाजे-खिड़कियां बंद कर लीं और सुरक्षित स्थान की ओर जाने लगे। कुछ लोगों ने प्रशासन को इसकी सूचना दी, जिसके बाद तुरंत पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीमें मौके पर पहुंच गईं।
500 मीटर तक रोका गया ट्रैफिक
गैस रिसाव की सूचना मिलते ही पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी। सड़क के दोनों तरफ 500-500 मीटर तक वाहनों की आवाजाही रोक दी गई, ताकि कोई बड़ा हादसा न हो। ट्रैफिक पुलिस ने दूसरी सड़कों से वाहन डायवर्ट कर दिए, जिससे लोग सुरक्षित रूप से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की कि वे घबराएं नहीं और अफवाहों पर ध्यान न दें। साथ ही, आसपास के दुकानदारों को आग या चिंगारी से बचने की सलाह दी गई, जिससे किसी भी तरह की दुर्घटना न हो।
आपदा प्रबंधन की टीम ने संभाली स्थिति
गैस रिसाव की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तुरंत आपदा प्रबंधन की टीम को बुलाया। दमकल विभाग की कई गाड़ियां और एंबुलेंस भी मौके पर पहुंचीं। गैस लीक की स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए विशेषज्ञों को बुलाया गया, जिन्होंने पाइपलाइन की मरम्मत का कार्य शुरू किया।
आपदा प्रबंधन टीम ने आसपास के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी और कुछ लोगों को एहतियातन बाहर निकाला गया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिए।
30 मिनट में दुरुस्त हुई पाइपलाइन
गैस पाइपलाइन लीक होने के बाद गैस कंपनी के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे और तुरंत मरम्मत कार्य शुरू किया। करीब 30 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद पाइपलाइन की लीकेज को ठीक कर दिया गया।
मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद दमकल विभाग और सिविल डिफेंस की टीम ने इलाके की जांच की और सुनिश्चित किया कि अब कोई खतरा नहीं है। इसके बाद पुलिस ने सड़क को फिर से खोल दिया और यातायात को सामान्य कर दिया गया।
स्थानीय लोगों ने जताई चिंता
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में चिंता बढ़ गई है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों, इसके लिए उचित कदम उठाए जाएं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पाइपलाइन के रखरखाव में लापरवाही बरती जा रही है, जिससे इस तरह की घटनाएं बार-बार हो रही हैं।
कई दुकानदारों ने भी प्रशासन से अपील की है कि इस तरह की खुदाई से पहले गैस पाइपलाइन का ठीक से सर्वे किया जाए, ताकि पाइपलाइन को नुकसान न पहुंचे। इस तरह की घटनाओं से न केवल जान-माल का खतरा होता है, बल्कि व्यापारियों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रशासन यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि पाइपलाइन की स्थिति का सही आकलन किए बिना खुदाई का काम कैसे शुरू किया गया।
इसके अलावा, गैस कंपनी से भी रिपोर्ट मांगी गई है कि पाइपलाइन की सुरक्षा को लेकर क्या उपाय किए गए थे और इस तरह की दुर्घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए क्या कदम उठाए जाएंगे।
भविष्य में सुरक्षा के लिए उठाए जाएंगे कदम
इस घटना के बाद प्रशासन ने कहा है कि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचने के लिए और अधिक सतर्कता बरती जाएगी। गैस पाइपलाइन की सुरक्षा के लिए नियमित निरीक्षण किए जाएंगे और किसी भी तरह की खुदाई से पहले गैस पाइपलाइन की लोकेशन की पूरी जानकारी ली जाएगी।
इसके अलावा, आपदा प्रबंधन और दमकल विभाग को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। प्रशासन ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि अगर वे कहीं भी गैस रिसाव या पाइपलाइन से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या देखें तो तुरंत इसकी सूचना संबंधित विभाग को दें।
जयपुर के करधनी इलाके में हुई यह घटना एक बड़ी चेतावनी है कि गैस पाइपलाइन जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन यह साफ है कि अगर समय रहते प्रशासन और गैस कंपनी के कर्मचारी नहीं पहुंचते, तो बड़ा हादसा हो सकता था।
भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन और गैस कंपनियों को और अधिक सतर्कता बरतनी होगी। साथ ही, स्थानीय लोगों को भी जागरूक रहना होगा और किसी भी संदिग्ध स्थिति की सूचना तुरंत अधिकारियों को देनी होगी।