Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 02 May, 2025 03:56 PM

जयपुर। क्रिकेट के मैदान में जब गेंद और बल्ले की टक्कर हो रही थी, तब एक और ताक़तवर ऊर्जा पूरे स्टेडियम में संचारित हो रही थी राष्ट्रभक्ति की ऊर्जा। राजस्थान रॉयल्स बनाम मुंबई इंडियंस के बीच मैच के दौरान, भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चा, जयपुर शहर के...
जयपुर। क्रिकेट के मैदान में जब गेंद और बल्ले की टक्कर हो रही थी, तब एक और ताक़तवर ऊर्जा पूरे स्टेडियम में संचारित हो रही थी राष्ट्रभक्ति की ऊर्जा। राजस्थान रॉयल्स बनाम मुंबई इंडियंस के बीच मैच के दौरान, भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चा, जयपुर शहर के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने एक ऐसा अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत किया, जिसने सवाई मानसिंह स्टेडियम को देशप्रेम के रंग में सराबोर कर दिया। ओबीसी मोर्चा, जयपुर शहर के पदाधिकारी व सैकड़ों कार्यकर्ता हाथों में तिरंगा, शौर्य से भरे पोस्टर और सीने में देश के लिए अडिग संकल्प लेकर स्टेडियम पहुंचे। जब “भारत माता की जय”, “नरेंद्र मोदी ज़िंदाबाद”, और “भजनलाल शर्मा ज़िंदाबाद” जैसे गगनभेदी नारे उठे, तो पूरा स्टेडियम राष्ट्रीय एकता और जागरूकता का प्रतीक बन गया। यह दृश्य केवल शब्दों में नहीं, बल्कि भावना, शक्ति और आस्था का जीवंत स्वरूप था। दर्शकों ने भी इस उत्साह को अपनाया और पूरा माहौल राष्ट्रभक्ति के रंग में बदल गया।
भारत विरोधी मानसिकता और सीमा पार से हो रही आतंकी गतिविधियों पर ओबीसी मोर्चा, जयपुर शहर के कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट और साहसी संदेश दिया- “पाकिस्तान के नए नक्शे पर सिंध नहीं होगा!” यह नारा केवल आक्रोश नहीं, बल्कि सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक पहचान की रक्षा का संकल्प था। इसी आयोजन के दौरान हाल ही में पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए वीरों को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी गई। पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने हाथ जोड़कर, आँखों में आंसू और मन में गर्व के साथ उन वीरों को याद किया।
ओबीसी मोर्चा, जयपुर शहर की भूमिका अनुकरणीय
भाजपा ओबीसी मोर्चा, जयपुर शहर का यह राष्ट्रप्रेम से भरा प्रयास सभी संगठनों के लिए प्रेरणा है। जिस प्रकार से उन्होंने एक क्रिकेट मैच को राष्ट्रभक्ति का मंच बना दिया, वह इस बात का प्रमाण है कि देशभक्ति केवल भाषणों में नहीं, कर्म और संकल्प में भी जी जा सकती है। ओबीसी मोर्चा के जयपुर शहर अध्यक्ष व वरिष्ठ पदाधिकारियों ने बताया कि यह आयोजन केवल एक अवसर नहीं था, बल्कि यह संदेश था कि “राष्ट्र सबसे पहले है- हर मंच, हर क्षण, हर नागरिक के लिए।”यह स्पष्ट करता है कि जब ओबीसी मोर्चा, जयपुर शहर जैसे संगठन मैदान में उतरते हैं, तो उनका हर कदम देश के मान-सम्मान की रक्षा के लिए होता है।