Edited By Shruti Jha, Updated: 13 Jul, 2025 04:46 PM

जयपुर में पारंपरिक ज्यौणार : 50 हज़ार लिए भव्य भोज, शाही अंदाज़
सांगानेरी गेट के पास अग्रवाल कॉलेज ग्राउंड में रविवार को सांस्कृतिक विरासत को जीवंत करते हुए ‘जयपुर की ज्यौणार’ का आयोजन किया गया। इस आयोजन में लगभग 50,000 लोगों के लिए राजा-महाराजाओं...
जयपुर में पारंपरिक ज्यौणार: 50 हजार लिए शाही भोज, 500 हलवाई और 700 वेटर
सांगानेरी गेट के पास अग्रवाल कॉलेज ग्राउंड में रविवार को 110 साल बाद 'ज्यौणार' का आयोजन हुआ, जिसमें करीब 50,000 लोगों को राजसी अंदाज़ में दाल–बाटी–चूरमा परोसा गया।
आयोजन की खास व्यवस्थाएं
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500 हलवाई, 700 वेटर, और 200 सपोर्ट स्टाफ ने दिन-रात मेहनत की।
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12,500 किग्रा आटा–बेसन, 1,500 किग्रा दाल, 1,200 किग्रा मावा, 1,200 किग्रा शक्कर, और 160 पीपा देशी गाय का घी उपयोग हुआ।
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तीन वॉटरप्रूफ डोम (दो 330×200 फ़ीट, एक 250×50 फ़ीट) में 1,000 टेबल-कुर्सियां लगाकर लगभग 4,000 लोग एक साथ बैठकर भोजन कर सके।
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भोजन का वितरण दोपहर 12 बजे से रात 9 बजे तक जारी रहा।
सुरक्षा और सहयोग
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100 पुलिसकर्मी, 100 प्राइवेट गार्ड, 300 पुरुष वॉलंटियर, और 200 महिला वॉलंटियर ने सुरक्षा व्यवस्था सुचारु रखी।
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पार्किंग की व्यवस्था संजय बाजार, जौहरी बाजार, रामनिवास बाग और घाटगेट स्कूल में की गई।
कूपन आधारित एंट्री और लकी ड्रॉ
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प्रवेश केवल कूपन धारकों को मुहैया कराया गया, जिन्हें प्रमुख मंदिरों से वितरित किया गया।
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इसमें विजेताओं को LED-TV, फ्रिज, कूलर, मिक्सर, और 10 ग्राम चांदी के सिक्के जैसे इनाम दिए गए।
सांस्कृतिक पुनरजागरण
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'ज्यौणार' का उद्देश्य सिर्फ भोजन करना नहीं, बल्कि सामाजिक एकता, संस्कृति और राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित करना था। इसमें व्यापार मंडल, समाज प्रतिनिधि, साधु‑संत और आमजन सभी शामिल हुए।