Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 26 May, 2025 08:20 PM

प्रदेश के सभी अस्पतालों में ब्लड ट्रांसफ्यूजन सिस्टम को और सुदृढ़ किया जाएगा। इसके लिए एसओपी में जरूरी बदलाव करने के साथ ही राजस्थान डिजिटल हैल्थ मिशन के तहत तकनीकी नवाचार भी किए जाएंगे, ताकि ब्लड ट्रांसफ्यूजन में चूक की कोई गुंजाइश नहीं रहे।
जयपुर । प्रदेश के सभी अस्पतालों में ब्लड ट्रांसफ्यूजन सिस्टम को और सुदृढ़ किया जाएगा। इसके लिए एसओपी में जरूरी बदलाव करने के साथ ही राजस्थान डिजिटल हैल्थ मिशन के तहत तकनीकी नवाचार भी किए जाएंगे, ताकि ब्लड ट्रांसफ्यूजन में चूक की कोई गुंजाइश नहीं रहे। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने सोमवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में इस संबंध में निर्देश दिए। खींवसर ने कहा कि अस्पताल में भर्ती होने वाले हर मरीज का जीवन अमूल्य है। उपचार की प्रक्रिया में किसी भी स्तर पर कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जा सकती। उन्होंने हाल ही सवाई मानसिंह अस्पताल में एक महिला रोगी को गलत ब्लड चढ़ने की घटना को गंभीरता से लेते हुए सख्त हिदायत दी कि भविष्य में ऐसी कोई घटना नहीं हो। उन्होंने इसके लिए ब्ल्ड ट्रांसफ्यूजन सिस्टम को सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि राजस्थान डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत चिकित्सा तंत्र को तकनीकी तौर पर मजबूत किया जा रहा है। इसके तहत अब आभा आईडी के तहत रोगी के विवरण में ब्लड ग्रुप अनिवार्य रूप से शामिल किया जाएगा, ताकि किसी भी आपात स्थिति में ब्लड की उपलब्धता के साथ ही ब्लड ट्रांसफ्यूजन में भी सुगमता और सटीकता हो।
एसओपी की पालना में लापरवाही पर होगा सख्त एक्शन
चिकित्सा मंत्री ने बैठक में निर्देश दिए कि राजकीय चिकित्सा संस्थानों के आईसीयू एवं क्रिटिकल केयर वार्डों में उपचार के लिए निर्धारित एसओपी की गंभीरता एवं सख्ती के साथ पालना सुनिश्चित की जाए। इन वार्ड में वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ ही सीनियर रेजीडेंट हर समय मौजूद रहें। प्रशिक्षित नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टाफ ही यहां नियोजित किया जाए, ताकि रोगियों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मिलें। चिकित्सा संस्थान प्रभारी समय-समय पर इन वार्ड की स्थिति एवं ब्लड बैंक की कार्यशैली की जांच करें और कोई भी खामी पाए जाने पर तत्काल सुधार करें। किसी भी कार्मिक की लापरवाही सामने आए तो सख्त एक्शन लें।
बैठक में चिकित्सा विशेषज्ञों ने ब्लड ट्रांसफ्यूजन सिस्टम को सुदृढ़ करने के सम्बन्ध में कई सुझाव भी दिए। इस दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़, चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीष कुमार, चिकित्सा शिक्षा आयुक्त इकबाल खान एवं सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पतालों के अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।